तालाबों की जांच के लिए भी आएगा दल
ग्वालियर। रेत माफिया के ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकडऩे के फेर में पिछले दिनों ग्वालियर में हुई वनरक्षक की मौत के बाद अवैध खनन का मामला गर्माता जा रहा है। इसी क्रम में निकट भविष्य में भोपाल से एक उच्च स्तरीय जांच दल अवैध खनन की जांच के लिए यहां आने वाला है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वनरक्षक की मौत की घटना के बाद ग्वालियर वन वृत्त के तत्कालीन मुख्य वन संरक्षक आजाद सिंह डबास ने हाल ही में ग्वालियर एवं चम्बल संभाग में अवैध उत्खनन को लेकर उच्च स्तर पर शिकायतें की हैं। श्री डबास इससे पहले भी इस तरह की शिकायतें करते रहे हैं। बताया गया है कि श्री डबास की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए राज्य शासन के निर्देश पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक नरेन्द्र कुमार द्वारा अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एल.के. चौधरी के नेतृत्व में एक जांच दल गठित किया है। यह दल अगले एक सप्ताह में ग्वालियर पहुंचकर ग्वालियर, मुरैना और भिण्ड जिले में अवैध उत्खनन की जांच करेगा। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में श्री डबास म.प्र. लघु वनोपज संघ भोपाल में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
जांच दल के आने की अभी तारीख तय नहीं
मुख्य वन संरक्षक राजेश कुमार ने बताया कि अवैध खनन को लेकर म.प्र. लघु वनोपज संघ के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक आजाद सिंह डबास द्वारा की गई शिकायतों पर जांच दल तो गठित किया गया है, लेकिन यह दल जांच के लिए कब आएगा। यह अभी तय नहीं है। इसके अलावा विधायक लाखन सिंह द्वारा की गई शिकायत सही नहीं है। किसी व्यक्ति द्वारा उनको भ्रामक जानकारी देकर शिकायत कराई गई है, जबकि वास्तविकता यह है उम्मेदगढ़ में मौके पर तालाब बना हुआ है, जिसकी जांच कराकर हमने अपना स्पष्टीकरण विधानसभा को भेज दिया है, जिसके साथ तालाब का फोटो भी संलग्न है।