कचरा डंप करने में आ रहा पसीना
झांसी । नगर निगम का दायरा बढऩे के साथ ही समस्या भी विकराल हो रही है। शहर का एकत्र किए जाने वाले कचरे को डंप करने के लिए विभाग के अफसरों को पसीना छूट रहा है। कचरा डंप करने के लिए अभी तक जो स्थान चिन्हित किए गए थे वह स्थान कचरे से पट चुके हैं। ऐसे में अब कचरे को कहां डंप किया जाए यह विभाग के सामने एक बड़ा सवाल है। वहीं, सॉलिड वेस्ट प्रोजेक्ट अधर में लटके होने के कारण इस समस्या का निकारण नहीं हो पा रहा है।
इसी समस्या को हल करने के लिए नगर निगम के अधिकारी सॉलिड वेस्ट मैनजमेंट परियोजना को शीघ्र क्रियाशील बनाने में जुट गए हैं। वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री का निर्देश है कि प्रदूषण व स्वच्छ पर्यावरण के लिए जिले के अधिकारी जल्दी से जल्दी विकल्पों को तलाशें। नगर आयुक्त का इस संबध में कहा है कि परियोजना को लगाने के लिए शीघ्र सीएनडीएस से संपर्क किया जा रहा है। संभावना है कि परिणाम जल्दी ही सामने आ जाएंगे। देखा जाए तो झांसी महानगर का क्षेत्रफाल पहले से काफी अधिक बढ़ गया है। वहीं, आज से दस वर्ष पहले नगर की आबादी तीन लाख के आसपास थी। इस समय महानगर क्षेत्र की आबादी सात लाख के पार कर गई है। आबादी के साथ विभागीय अधिकारियों की जवाबदेही भी अधिक है। कूड़ा कचरा पहले जहां 80 टन प्रतिदिन निकलाता था वह अब दो टन से आधिकप्रतिदिन निकल रहा है। वहीं, अब ननि के पास जगह नहीं बची कि वहां पर कचरा निस्तारण करें। विभाग के पास मात्र एक विकल्प बचा है कि कचरा को स्टोर करके शीघ्र सालिड वेस्ट मैनेजमेंट परियोजना के लगया जाए जिससे वायु प्रदूषण और पर्यावरण संतुलन को बनाये रखा जाए सके।
इस संबंध में नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि पूर्व में मुख्यमंत्री का आदेश आया है कि परियोजना की स्थापना में देरी न की जाए। अगर पहले की कंपनी एग्रीमेंट पर कार्य नहीं कर रही है तो दूसरी कपंनी से संपर्क साध कर कार्य को गतिशील बनाई जाए। उन्होंने बताया कि परियोजना की स्थापना के लिए जल्दी दूसरी कंपनी की तलाश सी जा रही है। कई कंपनियों से संपर्क किया जा रहा, जिससे फाइनल किया जा सके।