अब समन्वित कृषि प्रणाली अपनाना पड़ेगी: श्रीवास्तव

Update: 2016-02-09 00:00 GMT

कृषि विवि में कृषक प्रशिक्षण का शुभारंभ

ग्वालियर। बदलते वातावरण में कृषि क्षेत्र में आज  तमाम विषम चुनौतियां हमारे सामने हैं, जिनमें सूखा, अल्प वृष्टि, अति वृष्टि, ओला वृष्टि, पानी की कमी आदि प्रमुख हैं। ऐसे वतावरण में यदि हमें अधिक कृषि उत्पादन लेना है तो समन्वित कृषि प्रणाली अपना पड़ेगी। अत: अब हमें आम फसलों के साथ फल, फूल, औषधि, सब्जी आदि के उत्पादन के अलावा पशु पालन भी करना चाहिए। यह बात कृषि विश्वविद्यालय के संचालक विस्तार सेवाएं डॉ. एस.के. श्रीवास्तव ने कही।
सोमवार को कृषि विज्ञान केन्द्र एवं इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर को-ऑपरेटिव लिमिटेड ग्वालियर (इफ्को) के संयुक्त तत्वावधान में कृषि विवि सभागार में आयोजित तीन दिवसीय कृषण प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से उपस्थित कृषकों एवं कृषि वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि सबसे पहले हमें जमीन पर ध्यान केन्द्रित करना होगा क्योंकि एक ओर जमीन और पानी लगातार कम हो रहा है तो दूसरी ओर जनसंख्या बढ़ रही है। ऐसे में अधिक उत्पादन के लिए जमीन पर अधिक जोर पड़ रहा है, जिससे जमीन में सबसे जरूरी तत्व कार्बन पदार्थ कम होता जा रहा है। अत: जमीन में पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखने के लिए हमें खेतों में कार्बनिक खाद डालने के साथ अन्य सभी उपाय करने की जरूरत है। विशिष्ट अतिथि कृषि विवि के निदेशक अनुसंधान सेवाएं डॉ. एच.एस. यादव ने कहा कि ग्वालियर व चम्बल संभाग में सिंचाई के पर्याप्त साधन होते हुए भी खरीफ सीजन में अधिकांश जमीन खाली पड़ी रहती है। यदि हम रबी के साथ अधिक से अधिक खरीफ में भी फसलें करेंगे तो हमें अतिरिक्त उत्पादन मिल सकता है। इस अवसर पर राज्य विपणन प्रबंधक एम.एल. जोशी एवं इफ्को के मंडल प्रबंधक ग्वालियर-चम्बल अर्पित तिवारी ने उर्वरकों के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे इफ्को के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक ग्वालियर आर.के.एस. राठौर ने बताया कि आठ से दस फरवरी तक आयोजित इस प्रशिक्षण में पांच जिलों ग्वालियर, दतिया, मुरैना, भिण्ड, श्योपुर से आए 45 कृषक भागीदारी कर रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान इन कृषकों को कृषि विवि परिसर का भ्रमण कराकर सिंचाई में पानी बचाने की विधि, विभिन्न फसलों की उन्नत प्रजातियां, कृषि की नई तकनीक आदि की जानकारी दी जाएगी। अंत में इफ्को के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक शिवपुरी सियाराम सिंह हर्षाना ने सभी का आभार व्यक्त किया। 

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