SwadeshSwadesh

जल पात्र से सीधे अचलनाथ पर चढ़ेगा दूध

Update: 2016-02-28 00:00 GMT

शिवरात्रि पर भक्तों के लिए प्रबंधन की विशेष व्यवस्था


ग्वालियर। महाशिवरात्रि का पर्व नजदीक आते ही शहर के प्रसिद्ध अचलेश्वर महादेव मंदिर पर विशेष तैयारियां की जा रही है। इस बार भक्तों को दर्शनों के लिए मंदिर प्रबंधन ने कुछ विशेष व्यवस्थाएं की हैं। अचलेश्वर न्यास के अध्यक्ष हरीदास अग्रवाल ने बताया कि अभी तक शिवरात्रि पर श्रद्धालु मंदिर के अंदर से ही बाबा पर दूध चढ़ाते थे, लेकिन भीड़ के चलते कई श्रद्धालु दूध व जल नहीं चढ़ा पाते थे।

इस बार न्यास द्वारा बाहर से भी दूध व जल चढ़ाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि मंदिर के बाहर से एक जलपात्र लगाया जाएगा, जो पूरी तरह से खिसल पट्टी की तरह होगा। जिसमें निरूशक्त, असहाय, वृद्ध व कांवडि़ए जो भीड़ से बचना चाहते हैं, वे इस जलपात्र में जल डालेंगे, उनका जल पाइप लाइन सिस्टम के जरिए सीधे बाबा के शिवलिंग पर चढ़ेगा। उल्लेखीनय है कि इस बार महाशिवरात्रि 7 मार्च को सोम योग में पड़ रही है।
उन्होंने बताया कि बाबा अचलनाथ पर विशेष दर्शन के लिए रविवार रात से भक्तों की कतारें लगना प्रारंभ हो जाएंगी। रविवार व सोमवार की मध्य रात्रि 2 बजे बाबा को पुजारी द्वारा घंटी बजाकर उठाया जाएगा। इसके बाद भोलेनाथ का अभिषेक किया जाएगा।


तीसरी आंख से होगी सुरक्षा
मंदिर में सुरक्षा को लेकर पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। जिससे कैमरों में संदिग्ध लोगों पर निगाह रखी जाएगी। न्यास के अध्यक्ष हरिदास अग्रवाल ने बताया कि श्रद्धालुओं की होने वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर में भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।


ये रहेगी पार्किंग व्यवस्था
शिवरात्रि पर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए इंदरगंज से ही पैदल आना होगा। अचलेश्वर एक मात्र मुख्य मार्ग होने के कारण शिवरात्रि पर रात्रि 12 बजे से रात तक किसी भी वाहन को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सभी वाहनों को बाहर ही खड़ा किया जाएगा। श्रृद्धालुओं को अपने वाहन इंदरगंज के समीप पार्किंग स्थलों पर या एमएलबी रोड पर पार्क करना पड़ेगा।

वर्ष भर रहती है भक्तों की भीड़
शहर के बीचो बीच बने अचलेश्वर मंदिर में पूरे वर्ष भर शिवभक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है, लेकिन शिवरात्रि के दिन यह पूरा क्षेत्र शिवभक्तों से पट जाता है। भगवान भोलेनाथ के भक्त कई किलोमीटर दूर से आकर जल भरकर पैदल यात्रा करते हुए यहां आते हैं और शिव का जलाभिषेक करते हैं।

ये चीजें हो चुकी है प्रतिबंधित
न्यास के अध्यक्ष हरीदास अग्रवाल ने बताया कि मंदिर में अगरबत्ती, दीप जलाने की व्यवस्था बाहर कर दी गई है। वहीं उन्होंने दानदाताओं से अपील की है कि वे भिखारियों को जो भी दान करें वह मंदिर से थोड़ा दूर जाकर करें।

इन्होंने कहा
इस बार दर्शनार्थियों को बाबा के दर्शन करने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए विशेष व्यवस्था के प्रयास किए जा रहे हैं। इस बार मंदिर के समीप किसी भी स्टॉल को नहीं लगाया जाएगा।
                                                      हरिदास अग्रवाल
                                                      अध्यक्ष, अचलेश्वर न्यास

Similar News