अंबेडकर जयंती पर नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट शुरू करेगी केन्द्र सरकार

Update: 2016-02-18 00:00 GMT

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मप्र के सीहोर जिले के गांव शेरपुर में किसान महासम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री फसल बीमा गाइडलाइन जारी की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने सबसे पहले प्रदेश के तीन किसानों को स्वाईल हेल्थ कार्ड सौपा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार 14 अप्रैल अंबेडकर जयंती के मौके पर नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट लाएगी। इसके जरिए किसान देश की किसी भी मंडी में अपनी फसल ऑनलाइन बेच सकेगा। कार्यक्रम के दौरान मोदी ने प्रदेश सरकार को गेंहू उत्पादन में सर्वाेच्च रहने पर कृषि कर्मण पुरस्कार से नवाजा। शिवराज ने प्रदेश सरकार की ओर से यह सम्मान लिया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों कहा कि देश के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी योजना लाई गई है। केन्द्र सरकार अब खेती में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना चाहती है| लेकिन किसानों के परंपरागत ज्ञान को भूला नहीं सकते। खेती के लिए सिर्फ यूरिया के फर्टिलाइजर का इस्तेमाल न करें। कचरे से बनने वाले फर्टिलाइजर का भी इस्तेमाल करें। नीम कोटिंग के यूरिया से खेती को फायदा है। सरकार इसे किसानों के लिए लेकर आएगी। अब फ्लड इरिगेशन की जरूरत नहीं है। ड्रिप इरिगेशन से खेती को फायदा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बारिश में गिरने वाले पानी रोकने का प्रबंध होना चाहिए। इसके लिए सीमेंट के खाली बैग में रेत, मिट्टी भरकर बहने वाले पानी को रोका जा सकता है। मप्र में कृषि क्रांति आने का मुख्य कारण सिंचाई के क्षेत्र में इजाफा होना है।
बीमा योजना पर विपक्ष भी सहमत- किसान महासम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जो विपक्ष मुझे हर समय किसान विरोधी कहा करता था और तरह तरह के आरोप लगाते थे उस विपक्ष में भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बाद अब आलोचना करने की हिम्मत नही हैं।
कृषि क्षेत्र में नए प्रयोग और प्रयास की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि गन्ने से इथेनाल बनाया जाए, जिसे पेट्रोल में मिलाया जाए। पीएम ने कहा खाड़ी के तेल के मुकाबले मेरा जाड़ी का तेल काम आएगा। कृषि क्षेत्र में अनेक नए प्रयास और नए प्रयोगों की आवश्यकता है। स्टार्ट अप इंडिया और स्टेंड अप इंडिया कृषि क्षेत्र के लिए भी है।
प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना
पीएम ने कहा हमारा इरादा प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना की है। अगर हिंदुस्तान के किसान को पानी मिल जाए तो वो जमीन में से सोना उगा दे। ये जो कृषि क्रांति मप्र में आई है यह सिंचाई व्यवस्था की वजह से है। पूरे देश में इसी तरह इस काम को आगे बढ़ाना है। गांव का पानी गांव में यह मंत्र लेकर हमें चलना चाहिए। बारिश में जितना भी पानी गिरे उसे रोकने की कोशिश करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि खाली बोरों में मिट्टी भरकर और गिट्टी भरकर पानी रोक लें। कुछ समय में पानी जमीन में उतर जाएगा।

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