बोर्ड परीक्षा: नकल माफिया विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की खोजबीन में जुटे

Update: 2016-02-17 00:00 GMT

 मुन्ना भाइयों पर भी नजर रखने की रहेगी चुनौती

उरई । 18 फरवरी से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड परीक्षाओं को नकल बिहीन संपन्न कराने के लिये ओर जहां जिला प्रशासन ने दावे करने शुरू कर दिये हैं तो वहीं दूसरी ओर नकल माफियाओं ने भी अपनी तैयारियां शुरू करते हुये नकल कराने का हाईटेक नेटवर्क तैयार कर विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की तलाश शुरू कर दी है। तो अनेकों मुन्नाभाई भी बोर्ड परीक्षा में अपने हुनर दिखाने को तैयार हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में बोर्ड परीक्षाओं को नकल बिहीन संपन्न कराया जाना जिला प्रशासन के लिये चुनौती पूर्ण होगा।
पिछले दिनों जिलाधिकारी रामगणेश ने राजकीय बालिका इंटर कालेज सभागार में बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को अंतिम रूप देते हुये सभी केंद्र व्यवस्थापक, प्रधानाचार्यों के साथ ही सभी परगनाधिकारियों, तहसीलदारों व पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक में शासन की मंशा से अवगत कराते हुये नकल बिहीन माहौल में परीक्षायें संपन्न कराने के निर्देश दिये हैं। लेकिन बोर्ड परीक्षाओं का अभी तक का जो रिकार्ड रहा है वह बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है।
 इसके बावजूद भी इस बार रिकार्ड 97 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र तो बनाया गया लेकिन वहां पर नकल रोकने की व्यवस्था कितनी चुस्त दुरुस्त रहेगी यह किसी से भी छिपा नहीं रहेगा। हाईस्कूल की परीक्षा में 28 हजार 170 व इंटरमीडिएट में 25 हजार 180 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षाओं को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिये जनपद को 7 जोनल व 16 सेक्टरों में बांटकर प्रभारियों को नामित कर उन पर भी परीक्षाओं के दौरान शांति व्यवस्था ही नहीं नकल रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। फिलहाल तो इलाहाबाद यूपी बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुये एक ओर जहां नकल माफियाओं ने विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की सरगर्मी से तलाश करते हुये उन्हें इस बात के लिये प्रेरित करने में जुटे हुये हैं कि वह जिस विषय में योग्यता रखते हैं उक्त पेपर के दौरान वह उनके बताये स्थान पर उपस्थित होकर नकल कराने में सहयोग करें ताकि नकल माफियाओं के मंसूबे पूरे हो सके। ऐसा नहीं कि जनपद में जितने परीक्षार्थी पेपर देने आयेंगे वह सभी होशियार ही हों या फिर इसी जनपद के निवासी हों। सैकड़ों की संख्या में ऐसे भी परीक्षार्थी हर वर्ष दूर दराज के जनपदों के विभिन्न कालेजों से अपने परीक्षा फार्म भरते हैं जिनका नकल माफिया पास कराने का ठेका लेते हैं। ऐसे नकल माफिया अनेकों परीक्षार्थियों के स्थान पर मुन्ना भाइयों को भी बैठाकर पेपर दिलाने से नहीं चूकते हैं लेकिन यह सब केंद्र व्यवस्थापक, प्रधानाचार्य, नकल माफियाओं की आपसी सहमति से होता है ताकि उनका भेद खुल न सके और परीक्षार्थी पास भी हो जाये।
ग्राम पंचायत सदस्यों के 6 पर्चे खारिज
कोंच (जालौन)। ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा सदस्य के 180 पर्चो में 6 पर्चे निरस्त। नाम वापस होंगे आज विकास खण्ड से मिली जानकारी में बताया गया कि कुल 183 ग्राम पंचायत सदस्यों के पर्चे भरे जाने थे जिनमें 180 ही भरे गये उनमें भी 6 अपूर्णता के कारण खारिज कर दिये गये।

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