अब भारतीय बिना वीजा के नहीं जा सकेंगे इस देश में.
आप अगर न्यू ईयर को हांगकांग में मनाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए एक बुरी खबर है। चीन के क्षेत्र हांगकांग में भारतीयों के लिए वीजा फ्री एंट्री की सुविधा को बंद कर दिया है। अब भारतीय सैलानियों को जनवरी 2017 से वहां जाने के पूर्व से ही रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
हांगकांग के इमीग्रेशन विभाग ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर बयान जारी कर कहा कि भारतीयों को 23 जनवरी, 2017 में आने से पहले प्री रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरु हो गए हैं।
इमीग्रेशन विभाग ने कहा है कि अब अगर भारतीय हांगकांग आते हैं अथवा अपनी यात्रा के दौरान हांगकांग में प्रवेश करते हैं तो इसके लिए उन्हें अनिवार्य रूप से ‘आगमन पूर्व पंजीकरण’ के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा और पंजीकरण की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करना होगा।
विभाग ने कहा है कि अगर कोई भारतीय विमान से कहीं और की यात्रा पर है और वह हांगकांग में उतरने के बाद एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाता है तो उसके लिए ‘आगमन पूर्व पंजीकरण’ जरूरी नहीं होगा।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभी तक भारतीयों को हांगकांग जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं पड़ती थी। अगर उनके पास वैध पासपोर्ट है तो वे 14 दिन के लिए हांगकांग जा सकते थे। लेकिन अब हांगकांग ने भारत के विरोध के बावजूद इस सुविधा को बंद करने का फैसला किया है। हांगकांग ने यह फैसला वहां शरण लेने वाले भारतीयों की संख्या में हुए इजाफे को देखते हुए लिया है।
‘आगमन पूर्व पंजीकरण’ छह महीने के लिए वैध रहेगा। इस दौरान वे चाहे जितने बार हांगकांग की यात्रा कर सकते हैं। भारतीय नागरिकों को शहर के लिए एक विमान या जहाज में सवार होने से पहले एक एप्रूवल पर्ची दिखानी होगी।
हांगकांग प्रशासन के इस फैसले के हजारों भारतीयों पर प्रभाव पड़ेगा। एक अनुमान के मुताबिक हर साल हांगकांग 5 लाख से अधिक लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं। साल 2016 में साल 2013 की तुलना 22 फीसदी अधिक भारतीयों ने हांगकांग की यात्रा की है।
यह पहली बार है जब हांगकांग में इस तरह के सख्त नियम लागू किए गए हैं। शहर में 10 हजार से अधिक शरणार्थियों के आवेदन लंबित हैं। इनमें से 80 फीसदी भारतीयों के हैं, जो हांगकांग में रहने की अनुमति मांग रहे हैं।