नई दिल्ली। भारतीय रेलवे अगले पांच वर्षों में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और उद्योगों के सहयोग से 90 प्रतिशत विद्युतीकरण कर अपना
शत प्रतिशत कार्बन रहित का लक्ष्य पूरा करेगी।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भारतीय रेलवे को कार्बन रहित करने—मिशन विद्युतीकरण पर गुरूवार को यहां आयोजित एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने इस मौके पर रेलवे में ऊर्जा के इस्तेमाल में 15 से 20 प्रतिशत की कमी लाने के लिए एक मोबाइल एप रेल सेवर भी लॉन्च किया।
उन्होंने इस मौके पर भारतीय रेलवे के अगले पांच वर्षों में 90 प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पावर ग्रिड, इरकॉन और राइट्स को इस आशय का पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण की गति में वृद्धि से ईंधन बिल में 10 हजार करोड़ रुपये की वार्षिक कमी आएगी। उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण से आयातित तेल की खपत में कमी आएगी जिसके चलते सरकार के खजाने पर बोझ कम होगा।
उन्होंने कहा कि हरित उर्जा का उपयोग कर और विद्युतिकरण जैसी शुरूआतों के साथ रेलवे अपने आप में कई महत्वपूर्ण बदलाव लाने जा रहा है। प्रभु ने कहा कि हरित उर्जा पैदा करने के लिये रेलवे अपनी इमारतों की छतों और खाली पडी जमीनों पर सोलर पैनल लगाएगा। इस संबंध में विज्ञान एवं तकनीकी मंत्रालय और भारतीय रेलवे के बीच एक करार हुआ है। इसके तहत नवाचार से जुडे विचार साझा किये जाएंगे।