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साधु-संतों के उत्पीडऩ के विरोध में कुँवर नरेंद्र सिंह जिलाधिकारी से मिले

Update: 2016-11-29 00:00 GMT

मथुरा। गोवर्धन परिक्रमा मार्ग के गोविंदकुंड, आन्यौर, जतीपुरा, राधाकुंड में एनजीटी निर्देशों के बहाने वन विभाग द्वारा साधु-संतों के आश्रमों को धवस्त किए जाने को लेकर रालोद नेता कुँवर नरेंद्र सिंह ने सैंकडों पीडि़तों के साथ जिलाधिकारी नितिन बंसल एवम सामाजिक वानिकी प्रभागिय निदेशक मनीष मित्तल से मुलाकात की। जिलाधिकारी ने रालोद नेता को साधु-संतों के साथ अन्याय न होने को लेकर आश्वस्त किया है।

रालोद नेता कुँवर नरेंद्र सिंह ने सैंकडों पीडि़तों के साथ जिलाधिकारी नितिन बंसल को सौंपे ज्ञापन में कहा है की ग्राम पंचायत आन्यौर की गाटा सांख्य 304/1,304/2,305/1,305/2 एवम 281 तथा खसरा 03 की भूमी की नाप कर वन-विभाग की आरक्षित भूमी से सीमांकित कराया जाए जिससे गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में सौ से ढाई सौ वर्ष (100-250 वर्षों) तक पुराने आश्रमों को धवस्त होने से बचाया जा सके अन्यथा रालोद बड़े आंदोलन को बाध्य होगी।

  जिलाधिकारी श्री बंसल ने साधु-संतों के साथ पूर्ण न्याय के प्रति आश्वस्त किया। डीएम ने बताया कि इसके लिए राजस्व व वन विभाग की कमेटी गठित कर दी गई है जो सहानुभूतिपूर्ण निर्णय लेगी।

रालोद नेता श्री सिंह के साथ गोवर्धन ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि बाबूलाल, सतीश सिंह (ग्राम प्रधान आन्यौर), पूर्व प्रधान ब्रजेंद्र सिंह के अलावा पीडि़त नरसिंह दास, कृष्णा कुमार कौशिक, रमेशचंद, धारा सिंह, लोकनाथ दास, दयानिधि दास, जानकीदास, तुलसी दास, कपिल शर्मा, कृपासंधु दास, जगन्नाथ दास, सुभाष सिंह, गोविंद सिंह, राजगोपाल दास, राधा नाथ, गोरेंद्र दास, धर्मों, देवीराम उर्फ फौजी बाबा आदि सैंकडों लोग मौजूद थे।

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