रुपये निकालने के लिए नहीं बल्कि नोट बदलने पर लगेगी स्‍याही

Update: 2016-11-16 00:00 GMT

नई दिल्‍ली| नोटबंदी के बाद देशभर के बैंकों के बाहर लोगों की लंबी कतारों से निपटने के लिए सरकार ने नया फॉर्मूला निकाला है। नोटबंदी के बाद आम लोगों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अप्रचलित नोटों को बदलवाने वालों की अंगुली पर अमिट स्याही लगाने तथा जनधन खातों में संदिग्ध जमाओं की निगरानी करने का फैसला किया है।

हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस मसले पर यह साफ किया है कि बैंकों की लाइनों में लगे केवल उन लोगों की उंगली में स्याही लगाई जाएगी जो पुराने नोट को एक्सचेंज करने के लिए बैंक शाखाओं पर आएंगे। आरबीआई ने यह भी कहा है कि पैसा निकालने वाले लोगों की उंगलियों पर स्याही लगाने की जरूरत नहीं है।

सरकार ने यह कदम (अंगुली पर अमिट स्याही लगाने) नोटों की अदला बदली करवाने में कई गिरोहों के सक्रिय होने की रिपोर्टों के बाद उठाया है। ऐसी रिपोर्ट हैं कि ऐसे गिरोह के सदस्य बार बार कतारों में लगकर नोट बदलवा रहे हैं। इससे वास्तविक जरूरतमंदों को परेशानी हो रही है और वे नोट नहीं बदलवा पा रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती रात भी हालात की समीक्षा की। सरकार ने कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति गठित की है जो कि जरूरी सामान की आपूर्ति पर निगाह रखेगी। नोटों की कमी के चलते कारोबार पर असर पड़ा है।

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