दवा के लिए भटक रहे हैं मरीज
ग्वालियर। जयारोग्य अस्पताल में इन दिनों मरीजों को दवाओं की कमी के चलते भटकना पड़ रहा है। नियम के अनुसार अस्पताल में 36 प्रकार की दवाएं उपलब्ध रहना चाहिए, लेकिन दवा वितरण केन्द्र पर सिर्फ 23 प्रकार की दवाइयां ही उपलब्ध हैं, जिससे मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदना पड़ रही हैं
। अस्पताल में इलाज कराने आ रहे मरीजों को चिकित्सकों द्वारा जो दवा लिखी जा रही हैं, उसमें से कम से कम दो से तीन प्रकार की दवाएं मरीजों को बाहर से खरीदना पड़ रही हैं। कुछ मरीजों को तो एक भी दवा नहीं मिल रही है, जिसका सीधा असर मरीजों की जेब पर पड़ रहा है।
रैबीज के इन्जेक्शन के लिए भी मरीज परेशान:- एक तरफ शहर में कुत्तों का आतंक व्याप्त है तो दूसरी तरफ अस्पताल में मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। प्रतिदिन लगभग 25 से 30 मरीज कुत्तों के काटने की बजह से अस्पताल में इलाज कराने पहुंच रहे हैं, लेकिन अस्पताल में उनको रैबीज के इन्जेक्शन नहीं मिल रहे हैं। चिकित्सक द्वारा पर्चे पर रैबीज के इंजेक्शन के लिए लिख तो दिया जाता है, लेकिन जब तक जयारोग्य चिकित्सालय समूह के अधीक्षक के हस्ताक्षर नहीं होते हैं, तब तक मरीजों को इन्जेक्शन नहीं मिलते हैं, जिसके चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय हैं कि अस्पताल प्रबंधन रैबीज के इन्जेक्शन की कई बार मांग कर चुका है, लेकिन इन्जेक्शन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं, जिससे अस्पताल प्रबंधक द्वारा लोकल पर्चेस कर मरीजों को रैबीज के इन्जेक्शन दिलवाए जा रहे हैं।