नई दिल्ली | पंजाब के पठानकोट स्थित वायु सेना स्टेशन पर हमले में शामिल रहे आतंकियों द्वारा कथित तौर पर अपहृत किए गए पुलिस अधीक्षक आज हमले के संबंध में पूछताछ के लिए यहां एनआईए के समक्ष पेश हुए। एनआईए ने सलविंदर सिंह को एजेंसी के समक्ष गहन पूछताछ के लिए सम्मन जारी किया था। एनआईए और पंजाब पुलिस को दिए गए सिंह के बयानों में कुछ विसंगतियां पाई गई हैं। सलविंदर वर्तमान में पंजाब सशस्त्र पुलिस की 75वीं बटालियन में सहायक कमांडेंट हैं। सूत्रों ने इस संभावना को खारिज नहीं किया कि सलविंदर का लाई डिटेक्टर परीक्षण कराया जा सकता है।
आतंकवादियों ने सिंह, उनके जौहरी मित्र राजेश वर्मा और रसोइये मदन गोपाल का 31 दिसंबर और एक जनवरी की मध्य रात्रि को कथित तौर पर अपहरण कर लिया था। इसके बाद वाले दिन आतंकवादी पठानकोट स्थित वायु सेना स्टेशन में घुसे और आतंकी हमला किया था। हमले में एनएसजी के एक लेफ्टिनेंट कर्नल सहित छह सुरक्षा कर्मी मारे गए थे।
अनुशासन के उल्लंघन के आरोप के बाद सिंह को हाल ही में गुरदासपुर के पुलिस अधीक्षक को पद से हटा दिया गया था। पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर आतंकी हमले के सिलसिले में एनआईए ने तीन मामले दर्ज किये हैं।
पहला मामला सलविंदर सिंह के अपहरण का, दूसरा टैक्सी चालक को मार डालने का है। दोनों ही मामले पठानकोट जिले में नैरोत जयमाल सिंह पुलिस थाने में दर्ज किए गए। तीसरा और मुख्य मामला पठानकोट पुलिस थाने के डिवीजन नंबर 2 में दर्ज किया गया और यह मामला वायु सेना स्टेशन पर आतंकी हमले से संबंधित है।