अब नईसरांय की छात्राएं नाराज

Update: 2015-07-29 00:00 GMT

बालिका छात्रावास समाहित करने का मामला
अशोकनगर | सोमवार को राजपुर क्षेत्र की छात्राओं ने वहां संचालित हो रहे छात्रावास का स्थान बदलने का विरोध किया था तो मंगलवार को इसी मामले में नईसरांय क्षेत्र की छात्राएं कलेक्ट्रेट पहुंचीं और नईसरांंय से छात्रावास न बदलने की मांग की।
ये छात्राएं अपने अभिभावकों के साथ ऑटों में सवार होकर कलेक्ट्रेट तक पहुंची। जहां छात्राओं और उनके अभिभावकों ने बताया कि जिला शिक्षा केन्द्र नईसरांय छात्रावास को चंदेरी ब्लाक के ग्राम बढ़ेरा में संचालित हो रहे छात्रावास में समाहित कर रहा है। इससे हमे असुविधा है। पालक नथन सिंह मढऩा खिरिया, हरवीर सिंह डुंगासरा, मि_न पचवावड़ी, शिवराम पौरूखेड़ी आदि ने बताया कि बढ़ेरा की नईसरांय की दूरी करीब 100 किमी है। इस कारण हम अपनी बालिकाओं को इतने दूर भेजने में असमर्थ हैं अगर छात्रावास बढ़ेरा जाता है तो हमें मजबूरी में बालिकाओं की पढ़ाई बंद कराना पड़ेगी। वहीं छात्राओं का कहना था कि हम पढऩे के लिए इच्छुक हैं लेकिन 100 किमी दूर जाना बहुत मुश्किल काम है। शहर में रहना आसान काम है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में जाकर रहना कठिन लग रहा है। इस कारण से हमारे क्षेत्र का छात्रावास बंद न किया जाए।

बढ़ेरा क्यों नही?
नईसरांय छात्रावास को बंद करके इसे बढ़ेरा में शिफ्ट करने की मंशा पर पालकों ने कई सवाल खड़े किए। कलेक्ट्रेट आए नईसरांय क्षेत्र के अभिभावकों का कहना था कि 50-50 सीटर छात्रावास बढ़ेरा और नईसरांय में हैं। जबकि चंदेरी ब्लाक के फतेहाबाद में भी छात्रावास का संचालन किया जाता है जो बढ़ेरा छात्रावास के ही नजदीक भी है। फिर बढ़ेरा छात्रावास को बंद करके क्यों नही फतहाबाद छात्रावास में समाहित किया गया। नईसरांय छात्रावास को ही क्यों बंद किया जा रहा है।

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