सिडनी | विश्व कप में अभी तक अपने खराब फॉर्म के लिए आलोचना झेल रहे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने आज अपने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा कि वनडे क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड दूसरे खिलाड़ियों की तरह ही अच्छा रहा है। अब तक 243 वनडे में 7897 रन बना चुके क्लार्क विश्व कप की चार पारियों में सिर्फ 135 रन बना सके हैं।
यह पूछने पर कि टीम में उन्हें शामिल किए जाने से क्या टीम का संतुलन बिगड़ा है, क्लार्क ने कहा, हर किसी केा अपनी राय रखने का हक है। मैंने 200 मैच खेले हैं और मुझे लगता है कि हर किसी से मेरे रिकॉर्ड की तुलना की जाने लगती है। मुझे हालांकि यह सुनिश्चित करना होगा कि बतौर बल्लेबाज और कप्तान मैं अच्छा प्रदर्शन करूं।
यह पूछने पर कि सेमीफाइनल मैच उनके और उनकी टीम के लिए कितना बड़ा है, क्लार्क ने कहा, मैंने इस बारे में बहुत नहीं सोचा है। मैंने कल अपने कॉलम में भी लिखा था कि यह मैच उतना ही बड़ा है जितना क्रिकेट खेलने वाले हर देश और क्रिकेटप्रेमियों के लिए होगा। उन्होंने कहा, एक खिलाड़ी के तौर पर हमारे लिए यह आम मैचों की तरह है। टूर्नामेंट की वजह से अगर आपका रवैया बदलता है तो यह खुद के साथ ही नाइंसाफी होगी।
अपने करियर में चोटों से परेशान रहे क्लार्क ने कहा कि उन्होंने अपना सब कुछ खेल को दिया है और ऑस्ट्रेलिया के लिए अच्छा प्रदर्शन करने में कोई कोर कसर नहीं रख छोड़ी। उन्होंने कहा, हर मैच में मैंने टीम की सफलता के लिए अच्छे प्रदर्शन की कोशिश की है और इस मैच में भी करूंगा।
पिच के बारे में उन्होंने कहा कि यह बल्ले और गेंद के बीच बराबरी का मुकाबला होगा। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि एससीजी का विकेट अच्छा है। बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच बराबरी का मुकाबला होगा। तेज गेंदबाजों को स्विंग और उछाल मिलेगी। भारत के पास अच्छे स्पिनर और तेज गेंदबाज हैं। छींटाकशी करने के लिए बदनाम डेविड वार्नर अगर फिर अनुशासनहीनता के दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें निलंबन झेलना पड़ सकता है। यह पूछने पर कि क्या उन्हें वार्नर के बर्ताव में कोई फर्क नजर आया, क्लार्क ने ना में जवाब दिया।
उन्होंने कहा, उसे नियम पता है और हम सभी को पता है। उसके नियम हमसे अलग नहीं है। वह कोई गलती नहीं करेगा। यह पूछने पर कि दर्शक दीर्घा में भारतीयों की तादाद ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों से अधिक रहने से क्या वह चिंतित हैं, क्लार्क ने कहा कि वह इस पर तवज्जो नहीं दे रहे।