जनमानस

Update: 2015-02-20 00:00 GMT

अब जम्मू-कश्मीर की जनता को सरकार चाहिए

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए लगभग दो माह का अरसा गुजर गया है परन्तु वहां एक नव निर्वाचित सरकार का अभाव खटक रहा है। वहां त्रिशंकु विधानसभा उभरी है। गत चुनावों में कांग्रेस तथा नेशनल कान्फ्रेंस की करारी हार हुई है और वहां पीडीपी तथा भाजपा विजेता तथा उपविजेता बनी है। यद्यपि चुनाव त्रिशंकु विधानसभा है पर सरकार बनाने का स्पष्ट दायित्व पीडीपी तथा भाजपा पर संयुक्त रूप से है जम्मू-कश्मीर की जनता को चुनाव के बाद एक निर्वाचित सरकार चाहिए। इस महत्वपूर्ण अति आवश्यक संवैधानिक दायित्व की पूर्ति के लिए अब पीडीपी तथा भाजपा को आगे आना चाहिए। क्योंकि इन्हें जम्मू-कश्मीर की जनता ने सरकार बनाने का स्पष्ट जनादेश दिया है। कांग्रेस तथा नेशनल कान्फ्रेंस तो ऐसे पराजित दल हंै जिन्हें जम्मू-कश्मीर की जनता ने ठुकराया है। जम्मू-कश्मीर में दोनों दलों की सम्मिलित विधायक संख्या भी एक स्थिर सरकार देने में सक्षम है। ऐसी स्थिति में वे अपना संयुक्त दायित्व निर्धारित करते हुए राज्य में ऐसी सरकार बनाएं जो आतंक में डूबे कश्मीर को समृद्धि तथा शान्ति का अहसास करा सके। यदि उन्होंने इस लक्ष्य तथा जनादेश की पूर्ति की तो यह उनका कश्मीर के विकास तथा समृद्धि के लिए श्रेष्ठतम उपहार होगा। यह जनादेश की पूर्ति के लिए बढ़ाया गया सबसे तुष्टिकारक कदम होगा।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की सबसे बड़ी विशेषता यह रही है कि जम्मू-कश्मीर की जागरुक जनता ने आतंकवाद तथा हिंसा को धता बताते हुए विकास तथा समृद्धि के लिए भारी मतदान किया है। वहां की जनता ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वे वहां के आतंक तथा खून-खराबे से आजिज आ चुके हैं। वे वहां शान्ति समृद्धि चाहते हैं। वहां विकास समृद्धि तथा शान्ति ही मूल मुद्दा रहा है जिसके आधार पर गत विधानसभा चुनाव में मतदान हुआ है।कश्मीर के चुनाव सरकार तथा भावी भविष्य पर पूरे देश की नजर लगी है। जनता ने अपना काम कर भाजपा तथा पीडीपी को दायित्व निर्वहन सरकार बनाने की कुंजी सौंपी है। ऐसी स्थिति में दोनों दलों का यह दायित्व है कि वह अपने अहं तथा पूर्वाग्रहों को भुलाकर कोमन मीनियम प्रोग्राम आधारित एक विकासशील सरकार दें। सरकार निर्माण के मूल में भाजपा तथा पीडीपी है। जम्मू-कश्मीर के चुनाव परिणाम तथा वहां बनी नव निर्वाचित सरकार देश के लिए एक नई तथा परिवर्तित दिशा का कारक बनने वाली है। अब यह दायित्व पीडीपी सहित भाजपा का है कि आतंकवाद तथा रक्तपात में डूबी कश्मीर की भूमि में विकास तथा समृद्धि का बीजारोपण करे यह काम वहां एक लोक कल्याणकारी व निर्वाचित सरकार ही कर सकती है।

                                                            नरेन्द्र मारकन, ग्वालियर

 
 

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