27 के पार पहुंचा दिन का पारा, रात का पारा भी सामान्य से ऊपर
ग्वालियर। वसंत ऋतु का आगमन माघ माह की शुक्ल पंचमी से होता है, लेकिन वर्तमान में मौसम का जो नरम मिजाज है, उसे देखते हुए लोग यह कहने लगे हैं कि लगता है समय से पहले पौष माह में ही वसंत ऋतु आ गई है, लेकिन मौसम विज्ञानियों की मानें तो अगले दो दिन बाद ठंड पलटवार करेगी।
वर्तमान में बदन को हिला देने वाला चिल्ला जाड़ा पडऩा चाहिए, लेकिन पिछले तीन दिनों से पारे ने उल्टी चाल पकड़ ली है। दिन और रात का पारा गिरने की बजाय चढऩे लगा है। इससे दिन में ठंड लगभग गायब हो गई है। केवल सुबह, शाम और रात्रि में ही हल्की ठंड महसूस हो रही है। मौसम विज्ञानी मौसम में आए इस बदलाव को आंशिक बता रहे हैं। मौमस विभाग का पूर्वानुमान है कि 31 दिसम्बर या एक जनवरी के बाद उत्तर दिशा से ठंडी हवाएं आएंगी। इससे ठंड एक बार फिर से अपना असर दिखाएगी। भोपाल के मौसम विज्ञानी उमाशंकर चौकसे ने बताया कि इस समय महाराष्ट्र के ऊपर प्रति चक्रवात (एन्टी काइक्लोन) बना हुआ है। इसके अलावा राजस्थान होते हुए अरब सागर से नमी युक्त हवाएं आ रही हैं, जिससे आसमान में छुटपुट बादल छाए हुए हैं। इसी वजह से इन दिनों पारा सामान्य से अधिक बना हुआ है, लेकिन अगले दो दिनों में प्रति चक्रवात का असर समाप्त हो जाएगा। इसके साथ ही हवाओं का रुख भी बदल कर उत्तरी हो जाएगा। इसके बाद पारा नीचे गिरना शुरू होगा और ठंड का असर फिर से बढऩे लगेगा।
नौ डिग्री के करीब पहुंचा रात का पारा
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार मौसम में अचानक आए बदलाव के चलते मंगलवार को रात का पारा बढ़कर 8.7 डिग्री पर पहुंच गया, जो औसत से 2.2 डिग्री अधिक है। दिन का पारा भी 27.4 डिग्री पर स्थिर बना रहा, जो औसत से 4.6 डिग्री अधिक है। इसी प्रकार सुबह हवा में नमी 88 फीसदी दर्ज की गई, जो सामान्य से 10 फीसदी अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी घटकर 49 फीसदी रह गई, जो सामान्य से 03 फीसदी कम है। आज हवाओं का रुख उत्तर पश्चिमी था, जिनकी गति चार से आठ कि.मी. प्रति घण्टा थी, लेकिन हवाएं बर्फीली नहीं होने से ठंड का असर कम रहा।