भिण्ड। अटेर चंबल पुल के निर्माण की मंजूरी मिल गई है, इसका केन्द्रीय सड़क निधि से 63 करोड़ की लागत से निर्माण होगा, जिसकी लंबाई लगभग 850 मीटर रहेगी। इस पुल के निर्माण से अटेर के विकास के द्वार खुलेंगे। क्योंकि उप्र के आगरा जिले की दूरी भी कम हो जाएगी। इसके साथ ही चंबल के बीहड़ों के लिए विश्व स्तर की कॉन्फ्रेंस ग्वालियर में बुलाई जा रही है जिसमें चंबल के बीहड़ों के विकास की संभावनाओं को तराशा जाएगा। यह जानकारी आज सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद प्रसाद ने स्थानीय सर्किट हाउस पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान दी। उनके साथ भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव कांकर, जिला महामंत्री सतेन्द्र सिंह भदौरिया भी मौजूद थे।
सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद ने कहा कि चंबल क्षेत्र अज्ञातवास की स्थिति में रहा है लेकिन अब यहां का अज्ञातवास टूटेगा। सड़क, रेल मार्ग से भिण्ड को जोड़कर उसके चहुंमुखी विकास के दरवाजे खुल रहे हैं। उन्होंने बढ़ते चंबल के बीहड़ पर गहरी चिंता जताई और कहा कि चंबल की भूमि उपजाऊ है। इस भूमि का सदुपयोग हो सके इस दृष्टि से चंबल के बीहड़ के विकास के लिए नौ फरवरी को वल्र्ड कॉन्फे्रंस बुलाई जा रही है। जिसका आयोजन स्थल ग्वालियर होगा। उन्होंने कहा कि चंबल के बीहड़ यहां के लोगों के लिए वरदान हैं। यदि उनका उपयोग सही तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि तेजी से भूमि कटाव बढ़ रहा है। स्वतंत्रता से पूर्व दो लाख 23 हजार हैक्टेयर भूमि बीहड़ थी, जो बढ़कर सात लाख हैक्टेयर तक पहुंच गई है। चंबल के बीहड़ों के लिए विश्व बैंक से 1100 करोड़ बजट का प्लान किया जा रहा है जो क्षेत्र के विकास में मददगार साबित होगा। सांसद ने कहा कि भिण्ड-कोंच रेलवे लाइन का सर्वे कार्य भी पूर्ण हो चुका है। लगभग 88 किमी लंबा रेलवे ट्रेक चरथर, ऊमरी, रौन, मिहोना होता हुआ कोंच पहुंचेगा। इस रेलवे लाइन के शुरू होने से महोबा से सतना और खजुराहो, झांसी का भिण्ड से लिंक होगा जो भिण्ड के विकास में सहायक बनेगा। उन्होंने पुराने रेल्वे स्टेशन की जमीन पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण की बात पुन: दोहराई।