नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन पर मुहर लग गई है। इससे पहले वहां के राज्यपाल एनएन वोहरा ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की। उमर अब्दुल्ला द्वारा कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने से इन्कार करने की वजह से यह कदम उठाना पड़ा।
सूत्रों के मुताबिक वोहरा ने गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात कर अब्दुल्ला का एक पत्र भी सौंपा, जिसमें उन्होंने कार्यवाहक मुख्यमंत्री का पद छोड़ने की इच्छा जताई है। गौरतलब है कि उमर अब्दुल्ला ने राज्य में सरकार गठन को लेकर हो रही देरी को कारण बताते हुए कार्यवाहक मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने से इन्कार कर दिया है।