राजनीति से दूर रहकर जनसेवा करें अफसरः उप राष्ट्रपति

Update: 2014-09-03 00:00 GMT

मसूरी | उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने आईएएस अधिकारियों से कहा कि वे कड़ी मेहनत, ईमानदारी व निस्वार्थ सेवा को अपना लक्ष्य बनाएं। राजनीतिक रूप से तटस्थ रहते हुए जन सेवा के प्रति प्रतिबद्ध रहें। वे मंगलवार को मसूरी की लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में 89 वें फांउडेशन कोर्स का उद्घाटन कर रहे थे। भारतीय विदेश सेवा से अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने वाले हामिद अंसारी ने 1961 की अपनी स्मृतियों को ताजा करते हुए कहा कि जून 1961 में मैं भी यहां प्रशिक्षण के लिए आया था। तब एक प्रशिक्षु के रूप में मेरे मन में चिंताओं, आशंकाओं व उम्मीदों का भाव था। उन्होंने सिविल सेवा से अपने करियर की शुरुआत करने वाले युवा आईएएस अधिकारियों से कहा कि सिविल सेवा राष्ट्र निर्माण व सामाजिक परिवर्तन में भागेदारी का अवसर प्रदान करती है। आज जब देश बदल रहा है। कार्य व चुनौतियां बदल रही हैं तब आईएएस की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। भविष्य को संवारने व आकार देने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है।
उन्होंने कहा कि नौकरशाही की भूमिका निर्वाचित सरकार व जनता के बीच एक पुल की है। बेरोजगारी, गरीबी और कुपोषण आज भी एक बड़ी चुनौती है। देश की एक तिहाई आबदी गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है। स्वास्थ्य, संचार, शिक्षा व पीने का साफ पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी है। इसके लिए कई कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। इन क्षेत्रों में व्यापक निवेश भी किया गया है लेकिन वांछित परिणाम नहीं मिल पाए हैं। हमें उनका कारण ढूंढ़ना होगा। आम लोगों की जरूरतों को केंद्र में रखते हुए नीतियां बनानी होंगी।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत की आर्थिक व राजनैतिक हैसियत लगातार बढ़ रही है। उसे ध्यान में रखते हुए आधुनिकतम तकनीक का उपयोग करते हुए अपने कौशल को बढ़ाकर विश्व स्तरीय प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार रहें पर साथ ही आम लोंगों के प्रति भी संवेदनशील रहें। इस अवसर पर राज्यपाल अजीज कुरैशी, केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह, अकादमी के निदेशक राजीव कपूर, कोर्स समन्वयक सौरभ जैन भी मौजूद थे।

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