कांग्रेस ने स्वीकारी हार, बोली करेंगे आत्म निरीक्षण

Update: 2014-05-16 00:00 GMT

नई दिल्ली | अपनी पराजय स्वीकार करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि वह चुनाव नतीजों से बहुत ही निराश है, लेकिन साथ ही नरेंद्र मोदी पर ध्रुवीकरण की राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए प्रहार किया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कांग्रेस मुख्यालय में कहा कि अब तक मतगणना के जो रुक्षान आये हैं उसको देखते हुए हम जनता के जनादेश के अनुरूप कांग्रेस और संप्रग की पराजय को स्वीकार करते हैं। हम आत्म निरीक्षण करेंगे और तब, एक राजनीतिक दल के रूप में अपने भविष्य की भूमिका पर चर्चा करेंगे।
पार्टी नेता मीम अफजल ने भाजपा के लाभ का श्रेय विपक्षी दल द्वारा अपने प्रचार में खर्च की गई भारी राशि और ध्रवीकरण की राजनीति और साथ ही भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार द्वारा खेले गये जाति के कार्ड को दिया। यह पूछे जाने पर कि क्या महंगाई और भ्रष्टाचार की वजह से पार्टी की यह स्थिति हुई है, उन्होंने कहा कि हां यह मुद्दा हो सकता है।
केन्द्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि मतगणना के रुक्षान पार्टी के लिए बहुत ही निराशाजनक हैं। उन्होंने कहा कि हमने इस तरह के नतीजों की उम्मीद नहीं की थी, लेकिन लोकतंत्र में सब कुछ हो सकता है। यह जनता का फैसला है और हमें इसका पालन करना होगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी को पराजय की जिम्मेदानी लेनी चाहिए शुक्ला ने कहा कि यह सामूहिक जिम्मेदारी है। इस सवाल पर कि कांग्रेस के इस खराब प्रदर्शन के पीछे कारण क्या है केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार ने जनता के कल्याण के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए, लेकिन वह जनता तक इसका संदेश नहीं पहुंचा सकी।
सिंघवी ने स्वीकार किया कि इस तरह के रुक्षान दिखाता है कि निराशा है, लेकिन विश्वास जताया कि पार्टी सुधारात्मक उपाय करने के बाद पूरे दमखम के साथ वापसी करेगी, क्योंकि माहौल बहुत तेजी से बदलता है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि उनकी पार्टी ने अच्छे ढंग से चुनाव लड़ा, लेकिन साथ ही कहा कि हमें आत्म निरीक्षण करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी को दस बारह सुधारात्मक उपाय करने होंगे और नीतियों, व्यक्तियों और भविष्य के लिहाज से चीजों को देखने की जरूरत है।

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