दोषियों की रिहाई पर जयललिता करें पुनर्विचार: कांग्रेस

Update: 2014-02-23 00:00 GMT

पुडुचेरी | वरिष्ठ कांग्रेस नेता और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी नारायणसामी ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता से राजीव गांधी हत्याकांड के तीन मुजरिमों की रिहाई के अपनी सरकार के फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की।
नारायणसामी ने कहा कि तीनों ने प्रधानमंत्री एवं एक महान नेता की हत्या की और यदि उन्हें रिहा किया गया तो उससे एक गलत परिपाटी स्थापित होगी।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार का फैसला स्तब्धकारी, अस्वीकार्य और लज्जाजनक है , इसलिए उन्हें इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उम्रकैद का तात्पर्य होता है कि मुजरिम को उसके जीवन की आखिरी सांस तक सलाखों के पीछे रखा जाना चाहिए।
नारायणसामी ने कहा कि वर्ष 1991 में राजीव गांधी की हत्या के शीघ्र बाद अन्नाद्रमुक लिट्टे के विरुद्ध मुखर रूप से सामने आया था और उसने उसे आतंकवादी संगठन घोषित करने एवं उस पर प्रतिबंध की मांग की थी। अन्नाद्रमुक ने यह भी कहा था कि प्रभाकरण को भारत लाकर उस पर मुकदमा चलाया जाए और कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि लेकिन अब तमिलनाडु की अन्नाद्रमुक सरकार ने उन्हें रिहाई का मनमानापूर्ण फैसला किया। उन्होंने इस विषय पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से भी असहमति जतायी।


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