संगीत के सुर और पानी
अभी तक तो केवल सुना ही था कि तानसेन जब गाना गाते थे तो पानी बरसता था पिछले वर्ष भी जब तानसेन संगीत समारोह शुरु हुआ तो पानी बरसा और इस वर्ष भी संगीत समारोह की पहिली संगीत सभा वाले दिन पानी बरसा वास्तविक तानसेन की गायन की कला का जादू देखने को मिला और उसकी गायन एवं नाम में ही जादू है कि उसके नाम पर ही इस साल पानी बरसा।
अशोक शिरढोणकर, ग्वालियर