हवाई अड्डा बनने की राह हुई आसान

Update: 2014-11-06 00:00 GMT

चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने दी सर्वे की अनुमति

ग्वालियर। शहर को हवाई यातायात सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से साडा द्वारा किए जा रहे प्रयासों की कड़ी में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है। संभागायुक्त एवं अध्यक्ष के. के. खरे के अनुसार एयरपोर्ट के लिए साडा से लगे वन क्षेत्र में डीपीआर बनाने और सर्वे कराने के लिए चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन द्वारा अनुमति प्रदान कर दी गई है।
संभागायुक्त श्री खरे ने बताया कि ग्वालियर क्षेत्र में लम्बे समय से वायुयान की नियमित सुविधा की आवश्यकता महसूस की जा रही है जिसके लिए साडा प्रयासरत है । उन्होंने कहा कि ग्वालियर नगर एवं आसपास स्थित मालनपुर एवं बानमौर औद्योगिक केन्द्रों की व्यवसायिक गतिविधियों को मुख्य धारा से जोडऩे के लिए सुलभ एवं त्वरित आवागमन के साधनों की आवश्यकता है। पर्यटकों को भी आकर्षित करने तथा उन्हें आवागमन के बेहतर एवं सुगम साधन उपलब्ध कराने के लिए, जिससे क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा मिल सके, रेल व सड़क यातायात के अतिरिक्त सुगम हवाई यात्रा का प्रबंधन आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि साडा क्षेत्र में मालीपुरा में एयरपोर्ट निर्माण हेतु 450 हैक्टे. भूमि ग्वालियर शहर के ह्रदय स्थल महाराज बाड़े से 15 कि.मी. एवं साडा के प्रशासनिक कार्यालय से 4 कि.मी. दूरी पर स्थित है। सौनचिडिय़ा अभयारण्य तथा वन विभाग में एयरपोर्ट निर्माण के लिए सर्वेक्षण एवं डी.पी.आर. तैयार किए जाने की अनुमति हेतु प्रकरण स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड को भेजा गया था। जिसकी अनुमति प्रदान कर दी गई। इससे पूर्व फिजिबिल्टी सर्वे टीम की मांग पर मौसम विभाग नागपुर से विण्डरोज एवं मेटोरोजिकल डाटा भी प्राप्त कर लिया गया है, जो सर्वे टीम को उपलब्ध करा दिया गया है। 

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