आंख में भर लो पानी
आतंकी हरकतों पर सरकार को यूं चुपचाप नहीं बैठना चाहिए, क्योंकि एक बार सोचने में आता है कि सैनिकों की जगह यदि किसी नेता के परिवार का सदस्य शहीद हो जाता तो वो क्या चुपचाप बैठ जाते, आज उन सैनिकों की मां, बाप, भाई, बहन, पत्नी से जाकर पूछें तो उनका क्या हाल हो रहा होगा। केवल दिलासा देने से कुछ नहीं होगा। बोलने में क्या रखा है, बोलते तो हर कोई हंै पर अब कुछ कर के दिखाओ, तो हम भी सिर उठा कर कह सकें कि हमारे देश की सरकार में दम है। वरना ये आतंकवादी यूं ही हमारे जवानों को शहीद करती जाएंगे और हमारी सरकार मुंह देखती रह जाएगी। फिर एक दिन ऐसा आएगा कि हमारे देश में सैनिकों की कमी आ जाएगी। आज की दुनिया में सबसे बड़े वे लोग है जो बिना किसी मतलब के अपने देश की आन-बान और शान के लिए आतंकवादियों से लड़कर अपनी मातृभूमि की सेवा करते-करते गर्व से शहीद हो जाएं।
कल्पना सोनी, राजगढ़