नई दिल्ली | आरबीआई ने मौद्रिक नीति की घोषणा कर दी है। नई मौद्रिक नीति में रेपो रेट और सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया है। नई मौद्रिक नीति में विभिन्न दरों में कोई परिवर्तन् नहीं किया गया है। रेपो रेट 7.25 फीसदी, रिवर्स रेपो रेट 6.25 फीसदी और सीआरआर 4 फीसदी पर कायम है। वहीं बैंक रेट और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) को 10.25 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। हांलांकि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2014 के लिए जीडीपी विकास दर का अनुमान 5.7 फीसदी से घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया है। आरबीआई का मानना है कि महंगाई को लेकर परेशानियां बढ़ी हैं। आरबीआई का अगला मिड-क्वार्टर समीक्षा 18 सितंबर 2013 होगा। साथ ही आरबीआई की अगली मौद्रिक नीति 29 अक्टूबर 2013 को घोषित की जाएगी। आरबीआई के समक्ष सबसे बड़ी समस्या बढ़े हुए करेंट अकाउंट घाटे की है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम बढ़ा है। मसलन सरकारी नीतियों के जरिए विकास को बढ़ाने के कदम उठाने की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने रुपये में गिरावट को थामने के लिए कड़ा रुख अपनाया है। आगे दरों में कटौती की गुंजाइश बनी हुई है। रुपये में जैसे ही स्थिरता आएगी, मौद्रिक नीति का रुख फिर विकास पर आएगा। आरबीआई के मुताबिक रुपये और बाजार का भविष्य अमेरिका के क्यूई3 पर निर्भर है।