नई दिल्ली | राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक आर्थिक संकटों से पार पाने की क्षमता से लैस बताते हुए कहा कि देश इस प्रतिस्पर्धी दौर में आर्थिक विकास की राह पर है।
मुखर्जी ने इंदौर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के पहले दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन के दौरान कहा कि इस प्रतिस्पर्धी दुनिया में भारत की अर्थव्यवस्था विकास की राह पर है। उन्होंनें इस दौरान गुजरे दशकों में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर में सिलसिलेवार वृद्धि का हवाला भी दिया।
राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि भारत को वैश्विक आर्थिक संकटों से घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था में इनसे पार पाने की क्षमता है। राष्ट्रपति ने कहा, कई बार हम पाते हैं कि कुछ तबकों में देश की अर्थव्यवस्था को लेकर नकारात्मक भावनाएं अभिव्यक्त की जा रही हैं, लेकिन भारत के आर्थिक प्रशासन में चार दशक से भी ज्यादा मंत्री के रूप में रहने के कारण मैं इन अभिव्यक्तियों के चलते कतई निराश नहीं हूं।