कोयला घोटाले पर संसद में हंगामा

Update: 2013-05-03 00:00 GMT

 नई दिल्ली। कोयला ब्लॉक आवंटन में अनियमितताओं को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग पर अड़ी मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने भी संसद में हंगामा किया। जिसके चलते एक बार फिर दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई। सरकार और विपक्ष के बीच बने गतिरोध के चलते सदन में इस पूरे सप्ताह प्रश्नकाल नहीं हो पाया और दोनों सदनों को सोमवार तक लिए स्थगित कर दिया गया।
लोकसभा में पूर्वाह्न् 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। पिछले कुछ दिनों की तरह सदन की आज की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सदस्य कोयला ब्लाक आवंटन मामले में प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए आसन के समक्ष आकर नारे लगाने लगे। दूसरी ओर अकाली दल के सदस्य 1984 के सिखे विरोधी दंगों की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में एसआईटी से जांच कराने की मांग उठाते हुए आसन के समक्ष आ गए। ऐसे में सदन की अध्यक्ष मीरा कुमार ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की लेकिन सांसदों का हंगामा जारी रहा। हंगामे को देखते हुए मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे बैठक फिर से शुरू होते ही भाजपा, शिरोमणि अकाली दल और सपा के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे। इस बीच, बीजद सदस्य भी अपने स्थानों पर खड़े थे। वे सिख विरोधी दंगे की एसआईटी से जांच कराने की मांग संबंधी तख्तियां लिये हुए थे। लद्दाख क्षेत्र में चीनी सैनिकों की घुसपैठ का मुद्दा भी समाजवादी पार्टी सदस्यों ने सदन में उठाया| अध्यक्ष ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाने के बाद कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया। राज्यसभा में भी कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिला।  प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके इस्तीफे के मांग को जोर-शोर से उठाया। हंगामे के कारण सदन के सभापति हामिद अंसारी ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। जब वापस सदन की कार्यवाही शुरु की गयी तो विपक्षी दलों का हंगामा फिर से चल पड़ा। नारो और तख्तियों के बीच उप सभापति पी.जे. कुरियन ने सांसदों को काफी समझाने के बाद स्थिति सुधरती ना देख सदन की कार्यवाही दोपहर 2.30 बजे तक स्थगित कर दी।

Similar News