अन्ना ने पद्मभूषण लौटाने की धमकी दी ,अनशन से बेअसर सरकार, टीम अन्ना से नहीं करेगी बातचीत

Update: 2012-08-01 00:00 GMT


केंद्र सरकार टीम अन्ना के सामने झुकने को तैयार नहीं दिख रही है। साथ ही सरकार ने साफ कर दिया है कि अन्ना या उनके टीम के किसी सदस्य से बातचीत नहीं की जाएगी क्योंकि टीम अन्ना की मांगें नाजायज हैं। सरकार ने कहा कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए सामान्य तौर पर एक प्रक्रिया है, जो इस मामले में भी अपनाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि टीम अन्ना आठ दिन से अनशन पर हैं। पिछले शनिवार से अन्ना हजारे भी अनशन पर हैं।सरकार के मुताबिक जिन भ्रष्ट मंत्रियों की जांच के लिए टीम अन्ना एसआईटी बनाने की मांग कर रही है, उनके खिलाफ टीम के पास कोई सबूत नहीं है और अगर सबूत हैं भी, तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है।
अन्ना ने पद्मभूषण लौटाने की धमकी दी
इससे पहले अन्ना हजारे ने पद्मभूषण सम्मान लौटाने की धमकी दी है। केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने मौजूदा राजनीति की तुलना गंदी नदी से कर डाली। हजारे ने समर्थकों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अनशन स्थल पर अब यदि शब्दों से भी हिंसा हुई तो आंदोलन वापस ले लिया जाएगा। उन्होंने सरकार के प्रतिनिधियों, यहां तक कि प्रधानमंत्री से भी बात नहीं करने का ऐलान किया।गांधीवादी नेता ने कहा कि सरकार से मिले सम्मानों पर बार-बार सवाल किया जाता है। लेकिन मैं मांगने नहीं गया था, उन्होंने दिया। पद्मश्री वापस किया, तब महाराष्ट्र में शरद पवार की कुर्सी गई थी। उन्होंने घोषणा की कि समय आने पर इसी मंच से पद्म भूषण भी वापस कर दूंगा। देशवासियों ने हमें जो पुरस्कार दिया है, वही अनमोल है। आंदोलन के भविष्य पर उन्होंने कहा कि यह तभी थमेगा, जब राजनीति की गंदी नदी साफ हो जाएगी। बाढ़ आने का इंतजार कर रहा हूं। बाढ़ आई और नदी साफ होगी। जन लोकपाल भी तभी आएगा। इसके साथ ही अन्ना ने पिछले साल की अपनी गिरफ्तारी का षड्यंत्र रचने का आरोप तत्कालीन गृह मंत्री पर लगाया। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि लोक सभा व विधान सभा की जननी ग्राम सभा है, सत्ता इसे सौंपनी ही होगी। तभी किसानों के हित में कानून बनेगा।

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