उमर अब्दुल्ला ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, 'अगर माओवाद प्रभावित राज्य सेना का इस्तेमाल नहीं करने का विकल्प चुन सकते हैं तो मेरा राज्य कुछ इलाकों में इसका इस्तेमाल नहीं करने का विकल्प क्यों नहीं चुन सकता।'
उन्होंने लिखा, 'मैं जानना चाहता हूं कि कोई भी इन इलाकों में अफस्पा की मांग क्यों नहीं कर रहा है जबकि वे जम्मू कश्मीर में इसे लागू रहते देखना चाहते हैं।'
हालांकि, मुख्यमंत्री ने इससे इन्कार किया कि वे माओवादी समस्या से निपटने के लिए सेना के इस्तेमाल का समर्थन कर रहे हैं।