उन्होंने बताया कि मुठभेड़ों में मारे गए कुछ उग्रवादी पूर्वोत्तर से संबंध रखते हैं। राज्य पुलिस के साथ केंद्रीय अर्ध सैनिक बल के जवान लातेहार जिले के सरजू जंगलों में नक्सलियों और पीएलए के उग्रवादियों को पकड़ने के लिए अभियान चला रहे हैं।
अर्ध सैनिक बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमें ऐसी सूचना मिली है कि मणिपुर के पीएलए के उग्रवादी नक्सल समूहों को ट्रेनिंग और हथियार देने के लिए झारखंड आए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के बाद झारखंड देश में सर्वाधिक नक्सल प्रभावित राज्य है ऐसे में पूर्वोत्तर के उग्रवादी समूहों का नक्सलियों से हाथ मिलाना सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय है।