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मप्र चुनाव 2023 : कांग्रेस के सर्वे ने उड़ाई सत्तारूढ़ दल की नींद, BJP को 60 से 75 सीटें मिलने का दावा

MP Election में ग्वालियर-चंबल समेत 57 सीटों पर एंटी इनकंबेंसी का खतरा

मप्र चुनाव 2023 : कांग्रेस के सर्वे ने उड़ाई सत्तारूढ़ दल की नींद, BJP को 60 से 75 सीटें मिलने का दावा
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भोपाल/वेबडेस्क। मप्र में साल के अंत में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने है। उससे पहले राजनीतिक हलचल अभी से तेज हो गई है। सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस दोनों ही सत्ता में वापसी के दावे कर रही है। इसी बीच कांग्रेस का सर्वे सामने आया है, जिसमें प्रदेश में कांग्रेस 150 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करती हुई दिख रही है। वहीँ भाजपा के खाते में 60 से 75 सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है।

दरअसल, रविवार को कांग्रेस ने एक ट्वीट में मप्र में कमलनाथ सरकार बनने की बात कही है। ट्वीट में लिखा- कर्नाटक चुनाव के बाद का सर्वे, मध्य प्रदेश में बीजेपी को 60 से 75 के बीच सीटें मिलेगी। सर्वे में 16779 लोगों ने अपना मत दिया है। शिवराज जा रहे हैं, कमलनाथ आ रहे हैं।

भाजपा के लिए 100 सीटें जीतना भी मुश्किल

वहीँ दूसरी ओर भाजपा 51 फीसदी वोटों के साथ 200 से अधिक सीटों पर जीतने की तैयारी कर रही है लेकिन आंतरिक सर्वे रिपोर्ट्स कुछ और ही कहानी बयान कर रही है। जानकारी के अनुसार, भाजपा ने जमीन भांपने के लिए आंतरिक सर्वे कराया है। जिसमें पार्टी के सामने बहुमत का आंकड़ा छूना भी मुश्किल बताया गया है। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी जिन 127 सीटों पर काबिज है उनमें से केवल 70 सीटों पर ही दोबारा जीत मिलने के अनुमान है। बताया जा रहा है की भाजपा के लिए 100 सीट जीतना भी मुश्किल है। इसका प्रमुख कारण सरकार और मंत्रियों के खिलाफ जबरदस्त एंटी इनकम्बेंसी को बताया जा रहा है।

ग्वालियर-चंबल में बेहद खराब स्थिति -


रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा की सबसे ज्यादा खराब स्थिति साल 2020 में हुए उपचुनाव वाली सीटों पर है।जिसमें सबसे ज्यादा एंटी इंकम्बेंसी ग्वालियर-चंबल संभाग में है। साल 2018 के चुनाव में भी भाजपा को एंटी इनकंबेंसी के चलते यहाँ कड़ी हार मिली थी।इसके बाद उपचुनाव में भी भाजपा की प्रमुख सीटों पर हार हुई और निकाय चुनाव में 57 साल बाद ग्वालियर नगर निगम में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। ऐसे में दो केंद्रीय मंत्री वाले इस क्षेत्र में जीत के लिए भाजपा को कड़ी मेहनत की जरुरत है।

इन सीटों पर सबसे ज्यादा खतरा -

भारतीय जनता पार्टी को वर्तमान में काबिज 127 सीटों में से 57 सीटों पर हार का सीधा खतरा है। जिसमें विजयपुर, जौरा, अम्बाह, मेहगांव, ग्वालियर, भांडेर, पोहरी, कोलारस, बमोरी, गुना, अशोकनगर, मुंगावली, बीना, नरियावली, टीकमगढ़, निवाड़ी, जतारा, पृथ्वीपुर, खरगापुर, चंदला, मल्हरा, जबेरा, पवई, नागौद, अमरपाटन, रामपुर बघेलान, देवतालाब, चुरहट, सीधी, सिंगरौली, ब्यौहारी, अनूपपुर, मुडवारा, सिहोरा, मंडला, परसवाड़ा, आमला, टिमरनी, सिवनी मालवा, सांची, बासौदा, हाटपिपल्या, मांधाता, पंधाना, नेपानगर, बड़वानी, जोबट, धार, बदनावर, इंदौर-5, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, रतलाम ग्रामीण, जावरा, सुवासरा, मनासा, नीमच आदि शामिल है।

Updated : 29 May 2023 1:17 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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