जिलाधीश के हस्तक्षेप के बाद पेहसारी से पंपिंग शुरू

जिलाधीश के हस्तक्षेप के बाद पेहसारी से पंपिंग शुरू
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भोपाल तक पहुंचा था मामला, 5 मई तक पहुंचेगा पानी

ग्वालियर न.सं.। शहर की प्सास बुझाने वाले तिघरा जलाशय के घटते जलस्तर को देखते हुए जिले के अन्य बांधों से तिघरा में पानी लाया जा रहा है। इसी क्रम में पेहसारी बांध से डीजल पंपों के जरिए तिघरा में पानी की सप्लाई की जा रही थी। लेकिन ठेकेदार का भुगतान नहीं होने पर ठेकेदार ने पिछले 10 दिन से पंपों को बंद कर रखा था। पंपो के बंद होने की सूचना पर निगामयुक्त विनोद शर्मा पहले तो खुद पेहसारी बांध पहुंचे, थे, जहां पर उन्होंने ठेकेदार की फटकार लगाते हुए पंपों को चालू करने के निर्देश थे।

उन्होंने यह भी कहा था कि जो भी भुगतान है, वह दे दिया जाएगा। लेकिन निगमायुक्त की फटकार का ठेकेदार पर कोई असर नहीं पड़ा। ठेकेदार ने अपनी मनमानी करते हुए पंपों को चालू नहीं किया। बीते रोज जब मामला भोपाल पहुंचा, तो निगम अधिकारियों, जलसंसाधन विभाग व जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। भोपाल से मिले निर्देश के बाद जिलाधीश राहुल जैन ने जलसंसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता से बात की। जिसके बाद शाम को 27 पंपों को चालू किया गया।

32 में अभी 27 पंप ही हुए चालू

बुधवार की शाम को पेहसारी बांध पर लगे 32 पंपों में से सिर्फ 27 पंपों को ही चालू किया गया है। गुरुवार को शेष 5 पंपों को भी चालू कराया जाएगा। उधर इन पंपों के जरिए 600 एमसीएफटी पानी तिघरा के लिए छोड़ा जाएगा। लेकिन गर्मी अधिक पड़ने के कारण तिघरा में सिर्फ 300 एमसीएफटी पानी 5 मई तक पहुंचेगा।

ठेकेदार ने एनर्जी मीटर नहीं लगाए थे, इसीलिए रोका भुगतान

जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि ठेकेदार ने बल्क मीटर व एनर्जी मीटर नहीं लगाए थे, जिसके चलते भगुतान रोका गया था। ठेकेदार ने अपनी मनमर्जी से पंपों को बंद किया था। अब ठेकेदार के 61 लाख रुपए में 25 लाख रुपए काटकर शेष भुगतान किया जाएगा।

नवंबर माह में ककैटो से पहुंचा था पानी

वर्ष 2017 के नवंबर माह से ककैटो डेम से 1400 एमसीएफटी व पेहसारी डेम से 900 एमसीएफटी पानी लाने की शुरूआत की गई थी। अभी वर्तमान में ककैटो का लेवल 1073 फुट रह गया है।

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