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राजस्थान : लोकसभा उपचुनाव में अजमेर-अलवर सीट के साथ मांडलगढ़ विधानसभा सीट भी कांग्रेस ने जीती

राजस्थान : लोकसभा उपचुनाव में अजमेर-अलवर सीट के साथ  मांडलगढ़ विधानसभा सीट भी कांग्रेस ने जीती
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जयपुर/एजेंसी। राजस्थान में दो लोकसभा एवं एक विधानसभा उपचुनाव की मतगणना आज सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरु हो गई थी। राज्य के निवार्चन विभाग के अनुसार अलवर और अजमेर लोकसभा एवं भीलवाड़ा जिले में मांडलगढ़ विधानसभा उपचुनाव की मतगणना संबंधित जिला मुख्यालयों पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू कर दी गई थी।

मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से उप चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। गुरुवार को आए उपचुपाव के नतीजों में कांग्रेस ने परंपरागत अपनी सीट को भाजपा से छीन ली हैं। कांग्रेस के विवेक धाकड़ ने 12 हजार 976 मतों के अंतर से भाजपा के शक्तिसिंह हाड़ा को कड़ी शिकस्त दी। यहां कांग्रेस के गोपाल मालवीय बागी होकर निर्दलीय भी चुनाव लड़े, उनको 40 हजार 470 मत मिले। मालवीय के चुनाव न लड़ने पर कांग्रेस की जीत का अंतर बढ़ सकता था।

इससे पहले रुझानों में बीजेपी को बढ़त मिल रही थी, लेकिन जैसे जैसे वोटों की गिनती बढ़ती गई, वैसे-वैसे भाजपा के प्रत्याशी शक्ति सिंह अपनी हार की ओर बढ़ते गए और अंतिम परिणाम कांग्रेस के खेमे में आया। वहीं, जीत के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता जश्न मनाना शुरू कर दिया और प्रत्याशी विवेक धाकड़ को बधाइयां देकर उनका मुंह मीठा करवाया। कांग्रेस में विवेक धाकड़ के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी जोशी ने क्षेत्र में पूरा जोर लगाया था। मांडलगढ़ सीट का इतिहास देखें तो अब तक हुए 15 चुनाव में पांच बार जीत का अंतर तीन हजार से कम वोटों का रहा है। वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में 82 फीसदी मतदान हुआ था, तब यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला था।

मांडलगढ़ विधानसभा उप चुनाव मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के चार दौरों और कई मंत्रियों और नेताओं के मांडलगढ़ में डेरा डालने के बावजूद कांग्रेस के विवेक धाकड़ ने 12976 हजार वोटों से भाजपा के शक्तिसिंह हाड़ा को पराजित कर जीत का सेहरा बांधा है। पिछली बार धाकड़ विधानसभा चुनाव हार गये थे। यहां निर्दलीय प्रत्याशी कांग्रेस के बागी गोपाल मालवीय 40470 वोट प्राप्त कर तीसरे स्थान रहे है।

राजधानी स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं ने जम कर आतिशबाजी की और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को गोद में उठा कर कार्यालय पहुंचाया। दूसरी ओर कार्यकर्ताओं से सदा आबाद रहने वाला भाजपा मुख्यालय सूना दिखाई दिया। जयपुर में कांग्रेस के पक्ष में रूझानों और परिणाम को लेकर कार्यकर्ताओं में सबसे ज्यादा खुशी और उत्साह देखा गया। सुबह 10 बजे से कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचने लग गए और 12 बजे तक बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता वहां जमा हो गए। कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी जिंदाबाद और सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए और जमकर आतिशबाजी की। कार्यकर्ता और पदाधिकारी काफी देर तक जीत का जश्न मनाते रहे।

इसके साथ ही अजमेर शहर में बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता सुबह से ही ढोल नगाड़े लेकर शहर के मुख्य चौराहों पर पहुंच गए। शहर के कलेक्ट्री सर्किल, बजरंगगढ़ चौराहा पर कांग्रेस का झंडा हाथ में लिए उत्साह से भरपूर कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाना शुरू कर दिया। उधर अलवर कांग्रेस कार्यालय में गुरुवार सुबह से ही पैर रखने तक की जगह नहीं मिली। कांग्रेस ने तो वोटिंग वाले दिन से ही जश्न मनाना शुरू कर दिया था क्योंकि वोटिंग ज्यादा होने से कांग्रेस के दिग्ग्जों ने उपचुनाव में नतीजे पार्टी के पक्ष में आने की बात कह दी थी। मांडलगढ में जीत तय होते ही होली और दिपाली एक साथ मनाई गई। जोधपुर, जैसलमेर, उदयपुर, बीकानेर, कोटा समेत प्रदेश भर में कांग्रेस कार्यकर्ता जश्न मनाता देखा गया।

दूसरी ओर भाजपा मुख्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। रोजाना कार्यकर्ताओं से भरे रहने वाले बीजेपी कार्यालय में आज ना तो कोई बड़ा नेता देखने को मिला ना ही कार्यकर्ताओं का रैला दिखाई दिया। कुछ छोटे पदाधिकारी वहां अवश्य मौजूद रहे जो टीवी पर आम बजट देख कर समय गुजार रहे थे।

Updated : 1 Feb 2018 12:00 AM GMT
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