प्रधानमंत्री दौरे से प्रभावित हुईं स्वास्थ्य सेवाएं, नहीं मिले चिकित्सक

कई मरीज चिकित्सकों के अभाव में बिना दिखाए लौटे अपने घर
ग्वालियर, न.सं.। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो दिवसीय दौरे के दौरान शहर की स्वास्थ्य सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। दौरे में शहर के कई शासकीय अस्पतालों के चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई जाने से अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे मरीजों को चिकित्सक न मिलने के कारण बिना उपचार के ही वापस लौटना पड़ा, इसी के चलते सोमवार को जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल एवं लधेड़ी में उपचार के लिए पहुंचे कई मरीजों को बिना उपचार के ही लौटना पड़ा तो कई मरीज दूसरे विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखा कर लौट गए।
सोमवार को किलागेट रोड स्थित सिविल अस्पताल में सुबह 11 बजे तक मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. वीरपाल यादव, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एके सिंघल एवं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके कछावा ही ओपीडी में पहुंचे। अस्पताल में पदस्थ आॅथोर्पेडिक सर्जन की रात्रि ड्यूटी होने के कारण उनके कक्ष में ताला लटका रहा, इसी तरह ईएनटी के डॉ. प्रशांत नायक की दोपहर में ड्यूटी थी। इसके साथ ही सर्जन डॉ. नारायण शिवहरे की ड्यूटी जिला अस्पताल में लगाई गई और टीबी के डॉ. जेपी सोनकर के कमरों में भी ताला लटका हुआ था। जिस कारण कई मरीज पर्चा बनवाने के बाद बिना उपचार कराए ही लौट गए। यही स्थिति लधेड़ी प्रसूती गृह की भी रही। लधेड़ी अस्पताल में सुबह 11.45 बजे तक स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.पायल निगोतिया व डॉ. साधना पांडेय ही ओपीडी में बैठी थीं। जो सामान्य मरीजों के साथ-साथ मेडिसिन के मरीजों को भी देख रही थीं। क्योंकि मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. बाथम की ड्यूटी प्रधानमंत्री के दौरे में लगाई गई थी। इसी तरह जिला अस्पताल की ओपीडी में सुबह 12.30 बजे मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. एसके शर्मा मरीज देख रहे थे। सर्जन डॉ.एसआर शर्मा और डॉ. नरेश लछवानी पीएम विजिट में गए थे। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. डीडी शर्मा, सर्जन डॉ. नारायण शिवहरे, ईएनटी के डॉ. अमित रघुवंशी व आॅर्थोपेडिक के चिकित्सक बैठे थे।
बहुत कम बैठते हैं हड्डी के चिकित्सक
चार शहर का नाका निवासी सरिता का कहना था कि उनके जोड़ों में बहुत दर्द है, जिसके उपचार के लिए वह सिविल अस्पताल में आई थी। लेकिन अस्पताल में हड्डी के चिकित्सक बहुत कम बैठते हैं, जिस कारण परेशानी होती है।