आॅनलाइन रेलवे टिकट भुगतान के लिए किसी बैंक पर नहीं लगाया प्रतिबंध : आईआरसीटीसी

आॅनलाइन रेलवे टिकट भुगतान के लिए किसी बैंक पर नहीं लगाया प्रतिबंध : आईआरसीटीसी
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नई दिल्ली/स्वदेश डिजिटल। भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने भारतीय स्टेट बैंक सहित कुछ बैंकों के कार्ड के माध्यम से रेल टिकट की ऑनलाइन बुकिंग पर प्रतिबंध लगाने संबंधि खबरों का खंडन करते हुए शुक्रवार को कहा कि उसने किसी भी बैंक पर प्रतिबंध नहीं लगाया है।

आईआरसीटीसी ने एक विज्ञप्ति​ जारी कर कहा है कि उसने किसी भी बैंक पर प्रतिबंध नहीं लगाया है केवल 7 गेट—वे दिये हैं। इनके माध्यम से किसी भी बैंक के कार्ड के धारक भुगतान कर सकते हैं। शेष बैंकों से संबंधित किसी भी तरह की विभागीय कार्रवाई से रेल उपभोक्ताओं को कोई नुकसान नहीं होगा। ईआरसीटीसी ने कहा है कि यदि बैंक भविष्य में रेल टिकट उपभोक्ताओं को ट्रांजेक्शन पर जीरो चार्ज की सुविधा देंगे, तब आईआरसीटीसी उन बैंकों को सीधे डेबिट कार्ड से सुविधा देने का मौका देगा।

इससे पहले खबर आ रही थी कि आईआरसीटीसी ने एसबीआई सहित कई बैंकों के डेबिट कार्ड से रेलवे टिकट के भुगतान पर रोक लगा दी है। आईआरसीटीसी और बैंकों के बीच ये झगड़ा ग्राहकों से मिलने वाले सुविधा शुल्क के बंटवारे को लेकर हुआ है। बैंकों का आरोप है कि आईआरसीटीसी ने कुछ बैंकों से ग्राहकों से लिए जा रहे सुविधा शुल्क में अपना हिस्सा मांगा। जो ग्राहक आईआरसीटीसी पोर्टल से रेलवे टिकट बुक करवाते हैं और बैंकों के ऑनलाइन या कार्ड से रेलवे टिकट का भुगतान करते हैं। बैंक ऐसे ग्राहकों से सुविधा शुल्क लेते हैं। आईआरसीटीसी का कहना है कि बैंक उन्हें इस सुविधा शुल्क में से हिस्सा दें जिसके लिए बैंक राजी नहीं हैं।

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) भारतीय रेलवे के अंतर्गत बनाई गई सहायक कंपनी है, जो अपने पोर्टल के माध्यम से ग्राहकों को ऑनलाइन रेलवे टिकट भुगतान की सुविधा प्रदान करती है। आंकड़ों के मुताबिक भारत में आईआरसीटीसी पोर्टल पर जबसे ज्यादा लोग लॉग-इन करते हैं। हर साल करोड़ों की संख्या में लोग रेलवे टिकट बुक करने के लिए आईआरसीटीसी पोर्टल का उपयोग करते हैं। बैकों को इससे बहुत फायदा होता है। आईआरसीटीसी इसीलिए बैंकों द्वारा उसके ग्राहकों से वसूले जाने वाले सुविधा शुल्क में हिस्सा मांग रहा है।

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