प्रद्युम्न मर्डर के बाद दिल्ली सरकार ने लिया अहम फैसला, स्कूलों के लिए तय किये प्रोटोकॉल

नई दिल्ली। हरियाणा के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के बच्चे प्रद्युम्न की हत्या की घटना पर अभिभावकों की चिंता के बीच मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सुझाव दिया कि स्कूलों और स्कूल बसों में पर्याप्त महिला कर्मियों की व्यवस्था की जानी चाहिए। वहीं, दिल्ली सरकार ने स्कूलों में सुरक्षा को लेकर अहम कदम उठाए हैं। हरियाणा की घटना के तीन बाद सोमवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शिक्षा अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग कर स्कूलों के लिए कुछ प्रोटोकॉल तय किये हैं, जिनका सबको पालन करना होगा। मीटिंग में सभी स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही स्कूल के सभी शिक्षकों और कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन तीन सप्ताह के भीतर कराने का निर्देश दिया गया है।
बता दें कि स्कूलों को सफाइकर्मी, बस चालक, माली, चौकीदार और दूसरे कामों में लगे सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन करवाना होगा। मनीष सिसोदिया के निर्देश पर प्राइवेट स्कूलों की निगरानी के लिए एक एक हाई लेवल कमेटी बनायी गई है, जो समय-समय पर स्कूलों को दौरा करेगी। ये कमेटी इस बात की निगरानी रखेगी कि सुरक्षा को लेकर बनाए गए दिल्ली सरकार के प्रोटोकॉल का पालन हो रहा है या नहीं। दिल्ली सरकार ने स्कूलों में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज भी उपलब्ध कराने को कहा है। सीएम केजरीवाल ट्वीट कर कहा था कि बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूलों के लिए प्रोटोकॉल बनाया जायेगा, इसके एक दिन बाद उपमुख्यमंत्री ने बैठक कर गाइडलाइन जारी की हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने बच्चे के पिता की ओर से मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग के बारे में दायर याचिका पर केंद्र और सीबीएसई को नोटिस जारी किया। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल के प्रद्युम्न मर्डर केस में उसके पिता की अर्जी पर सुनवाई करते हुए केंद्र, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, हरियाणा सरकार, सीबीआईढ्ढ और सीबीएसई को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने सभी पक्षों से तीन हफ्ते के अंदर जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद प्रद्युमन के पिता वरुण ठाकुर ने कहा, मुझे कोर्ट पर बहुत विश्वास है, इसलिए हम यहां आए थे। जिस तरह से कोर्ट ने ऐक्शन लिया है, हम खुश हैं।