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बाकी राज्यों को उत्तर-पूर्व से बहुत कुछ सीखने की जरूरत: डॉ. जितेंद्र सिंह

बाकी राज्यों को उत्तर-पूर्व से बहुत कुछ सीखने की जरूरत: डॉ. जितेंद्र सिंह
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नई दिल्ली। भारत सरकार के पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय इस वर्ष की अपनी पूर्वोत्तर तक पहुंच के संबंध में शनिवार को दो दिवसीय ‘नॉर्थ-ईस्ट कॉलिंग’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्वोत्तर भारत की कला, संस्कृति, विरासत, भोजन, हस्तशिल्प, व्यवसाय और पर्यटन को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम (9 से 10 सितंबर) सुबह 11 बजे से रात्रि 10 बजे तक इंडिया गेट के लॉन में संपन्न हो रहा है। इसमें आम जनता के लिए प्रवेश नि:शुल्क है।

इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने मंत्रालय और युवा सहायक सचिवों की सराहना की। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि यहां कार्यक्रम में आयें और उत्तर पूर्व की संस्कृति की समृद्धि को समझें। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्यक्रमों से न केवल उत्तर-पूर्व क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और संस्कृति को समृद्धी मिलेगी बल्कि शेष भारत उत्तर पूर्व के करीब आएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व का उत्थान और विकास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की इस सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी में भी उत्तर पूर्व के कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में देश के विभिन्न भागों में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में विकास दो अंकों में है और साक्षरता दर भी उच्च है। उन्होंने कहा कि सफाई के मामले में भारत के बाकी हिस्सों को भी उत्तर पूर्व से सीखने की जरूरत है।

इस कार्यक्रम में पूर्वोत्तर के नृत्य, पूर्वोत्तर नृत्य से सजी सांस्कृतिक रात्रि, पूर्वोत्तर के वस्त्र को प्रदर्शित करती हथकरघा शो, पूर्वोत्तर में किए जाने वाले गतिविधियों की प्रदर्शनी, विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों द्वारा इस क्षेत्र में किए गये कार्यों के स्टॉल्स, राज्य द्वारा इस क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों की प्रदर्शनी, एनईआरएएमएसी और एनईएचएचडीसी के उत्पादों की बिक्री के लिए स्टॉल, पूर्वोत्तर के व्यंजनों से सजा विभिन्न प्रकार के खाद्य स्टॉल, युवा जनसांख्यिकी के सभी वर्गों के लिए प्रतियोगिताएं, पूर्वोत्तर क्षेत्र में खाद्य प्रसंस्करण, पूर्वोत्तर में पर्यटन और स्टार्ट-अप अवसर शामिल हैं।

यह कार्यक्रम पूर्वोत्तर के सभी गतिविधियों और उत्पादों का प्रदर्शन करेगा और यह पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय की 16वीं वर्षगांठ के साथ भी पड़ता है। इस कार्यक्रम में, पूर्वोत्तर के लिए कई प्रतियोगिताओं के माध्यम से विविध आकर्षक पुरस्कार के साथ आम लोगों को आकर्षित किया गया है। इन प्रतियोगिताओं में फोटोग्राफी और कैप्शन प्रतियोगिता, वीडियो प्रतियोगिता, 'पूर्वोत्तर को जोड़ने' विषय पर कॉलेजों के लिए कोरियोग्राफी प्रतियोगिता, स्कूलों और कॉलेजों के लिए क्विज प्रतियोगिता, इसमें पूर्वोत्तर के सर्वश्रेष्ठ पोशाक, होम शेफ प्रतियोगिता आदि शामिल है। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्‍कृत भी किया जाएगा।

Updated : 10 Sep 2017 12:00 AM GMT
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