जेएनयू में बजा वामपंथ का डंका,छात्रसंघ चुनाव में चारों सीटें जीती
नई दिल्ली (हि.स.)। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (जेएनयूएसयू) के बहुप्रतिक्षित परिणाम आधी रात के बाद जारी कर दिये गये। जिसमें सभी चारों सीटों पर एआईएसए ,एसएफआई और डीएसएफ के संयुक्त पैनल ने जीत दर्ज की है। इस चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) सभी चारों सीटों पर दूसरे स्थान पर रही।
शुक्रवार को हुए मतदान में कुल 4620 वोट पड़े थे। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए लेफ्ट यूनिटी के तरफ से आईसा की गीता कुमारी नई छात्रसंघ अध्यक्ष चुनी गई हैं| गीता वर्तमान अध्यक्ष मोहित पांडेय की जगह अब अध्यक्ष होंगी। वहीं आईसा की सिमोन जोया खान उपाध्यक्ष पद का चुनाव जीतीं। लेफ्ट यूनिटी के दुग्गीराला श्रीकृष्णा ने जनरल सेक्रेटरी पद के लिए जीत हासिल की। जॉइंट सेक्रेटरी पद पर लेफ्ट यूनिटी के तरफ से डीएसएफ के शुभांशु सिंह को जीत हासिल हुई।
जेएनयूएसयू के अध्यक्ष मोहित पांडेय का कहना है कि हम इस जीत के लिए पूरी तरह आश्वस्त थे। ये जीत संगठन और हम सभी के समूहिक मेहनत का परिणाम है। ये विचारधारा की जीत है| मैं सभी जेएनयू छात्रों और समर्थकों को बधाई देता हूं। हम छात्रों के हित के लिए लड़ते रहेंगे।
हालांकि इस पूरे चुनाव में एबीवीपी की मेहनत को कहीं भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पिछली बार की तुलना में एबीवीपी ने बहुत मजबूती से लड़ाई लड़ी| एबीवीपी की तरफ से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार निधि त्रिपाठी को 1042 वोट मिले वह अपनी चीर प्रतिद्वंद्वी गीता कुमारी से 464 मतों से हार का सामना करना पड़ा। वहीं बापसा ने भी काफी बेहतर लड़ाई लड़ी जिसकी अध्यक्ष पद की उम्मीदवार शबाना अली तीसरे नंबर पर रहीं और उन्हें कुल 935 वोट मिले।
उपाध्यक्ष पद पर लेफ्ट यूनिटी के तरफ से आईसा की सिमोन जोया खान चुनी गईं। उन्हें कुल 1876 वोट मिले जबकि एबीवीपी के दुर्गेश कुमार को कुल 1028 वोट मिले। जनरल सेक्रेटरी पद पर लेफ्ट यूनिटी के तरफ से दुग्गीराला श्रीकृष्णा चुने गए। इन्हें कुल 2082 मत मिले जबकि इनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी के निकुंज मकवाना को कुल 975 वोट मिले। बापसा के करम बिद्यानाथ खुमान को 854 वोट मिले। जॉइंट सेक्रेटरी पद पर लेफ्ट यूनिटी के तरफ से डीएसएफ के शुभांशु सिंह को कुल 1755 वोट मिले और एबीवीपी के पंकज केशरी को 930 वोट जबकि बापसा के विनोद कुमार को 860 वोट मिले।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) राष्ट्रीय मीडिया संयोजक साकेत बहुगुणा ने जीत पर वामपंथी संयुक्त मोर्चे को बधाई देते हुए कहा कि हालांकि संयुक्त वामपंथी पैनल ने सभी चार सीटें जीती हैं, लेकिन एबीवीपी सभी सीटों पर नंबर 2 स्थान पर काबिज है जो हमारे लिए उत्साह वर्धक है। हम हार स्वीकार करते हैं लेकिन कोई भी हार स्थाई नहीं होती| हम और अधिक मेहनत करेंगे। मेरा विश्वास है कि आने वाले समय में एबीवीपी का प्रदर्शन और शानदार होगा। साकेत ने कहा कि एबीवीपी की ताकत ही है कि उसको हराने के लिए सभी वामपंथी संगठनों को गठबंधन तक पर मजबूर होना पड़ा। हम जेएनयू में एबीवीपी को वोट और समर्थन देने के लिए जेएनयू छात्रों का धन्यवाद करते हैं और हम उन्हें आश्वस्त करते हैं कि हम अपने अधिकारों के लिए कड़ी मेहनत करते रहेंगे।