यार्ड में खड़ी सुशासन की सामान्य बोगी धू-धू कर जली
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* तीन गाड़ी पानी फेंककर आग पर पाया काबू आरपीएफ के जवानों ने काटे कोच
* मौके पर पहुंचे सेफ्टी टीम के अधिकारियों ने गठित की जांच समिति
* यार्ड में खड़ी ट्रैन में लगी आग को बुझाते दमकल कर्मचारी एवं दूसरे चित्र में आग से खाक हुई एक बोगी का दृश्य
ग्वालियर। गोंडा से चलकर ग्वालियर आने वाली सुशासन एक्सप्रेस 11112 की सामान्य बोगी में शुक्रवार शाम को उस समय अचानक आग भड़क उठी, जब सुशासन एक्सप्रेस रेलवे स्टेशन के पास आगरा एण्ड की ओर स्थित ताज एक्सप्रेस के पुराने वॉशिंग यार्ड में खड़ी हुई थी। आग इतनी भयंकर थी कि डेढ़ घण्टे में पूरा कोच धूं-धूंकर खाक हो गया। अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आरपीएफ एवं रेल अधिकारियों ने तत्काल इसकी सूचना दमकल विभाग को दी। सूचना मिलते ही पांच मिनट के अंदर तीन दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गर्इं। करीब डेढ़ घण्टे की मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों एवं आरपीएफ के जवानों ने आग पर काबू पा लिया। आग की लपटें देख यार्ड के आसपास बने आवासों में रह रहे लोग दशहत में आ गए। आग कैसे लगी? इसकी जांच के लिए रेलवे ने जांच समिति गठित कर दी है। घटना में एक बोगी पूरी तरह जलकर खाक हो गई, जिसे काटकर दूसरी जगह रखवा दिया गया है। उधर आग लगने से अप और डाउन की ओर से आने वाली गाड़ियों को बीच स्टेशनों पर ही रोक दिया गया और आग बुझने के बाद ही ट्रैक को चालू किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सुबह गोंडा से चलकर ग्वालियर आने वाली सुशासन एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक तीन पर पहुंची। ट्रेन के खाली होते ही ट्रेन को आगरा एण्ड की ओर बनी ताज के वाशिंग यार्ड में खड़ा कर दिया गया। शाम करीब 6.29 बजे यार्ड में काम कर रहे कर्मचारियों ने सुशासन एक्सप्रेस की चौथी बोगी में आग की लपटें उठते देखीं तो इसकी जानकारी तुरंत आरपीएफ व रेलवे अधिकारियों को दी। इसके बाद आरपीएफ के जवान व स्टेशन निदेशक अनिल शर्मा सहित रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। शाम 6 बजकर 59 मिनट पर रेल अधिकारियों ने दमकल विभाग को आग लगने की सूचान दी। सूचना मिलते ही पांच मिनट के अंदर दमकल विभाग की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाना शुरू किया, लेकिन जब तक आग पर काबू पाया जाता, उससे पहले ही कोच पूरा जलकर खाक हो चुका था।
वहीं मौके पर सबसे पहले पहुंचे आरपीएफ जवानों ने अन्य कोचों को कटवाया, ताकि आग दूसरे कोचों तक न पहुंचे। उधर रेलवे के पॉइट्स मैन तीन कोच को काटकर ले गए, लेकिन जिस कोच में आग लगी थी, उसकी आग बुझने के बाद भी काफी देर तक कोच को काटा नहीं गया। इस दौरान स्टेशन निदेशक अनिल शर्मा डिप्टी आॅपरेटिंग को बार-बार फोन लगाकर कोच काटने के लिए कहते रहे, लेकिन किसी ने भी कोई जवाब नहीं दिया। बाद में 8 बजकर 5 मिनट पर कोच को टेÑन से अलग कर दूसरी जगह भेजा गया। सुशासन के कोच में आग लगने की सूचना मिलते ही शहर के एडीशनल एसपी दिनेश कौशल भी मौके जा पहुंचे।