बारिश होने से तिघरा में बढ़ा 21 दिन का पानी

ग्वालियर। हाल ही में घाटीगांव क्षेत्र में हुई बारिश से सोमवार को तिघरा जलाशय में शहर को आपूर्ति करने के लिए 21 दिन का पानी बढ़ गया है। घाटीगांव क्षेत्र में हुई तेज बारिश से सोमवार शाम तक तिघरा जलाशय का जल स्तर 719.50 फीट से बढ़कर 721.80 फीट हो गया है। इतने पानी से शहर को अब 70 दिन तक पानी की आपूर्ति की जा सकती है। इससे पहले जल स्तर घटने के कारण तिघरा में 50 दिन का पानी शेष था।
उल्लेखनीय है कि लौटते मानसून की दमदारी का असर तिघरा जलाशय में देखने को मिला है। बीते रविवार को हुई जोरदार बारिश के कारण जहां रविवार शाम तक तिघरा में केवल 17 एमसीएफटी पानी बढ़ा था वहीं सोमवार को सुबह रिकॉर्ड 179.6 एमसीएफटी पानी बढ़ चुका है। इस तरह बीते 24 घण्टों के दरमियान जलाशय में लगभग 197 एमसीएफटी पानी आया है। खास बात यह है कि दो दिन के भीतर जलाशय में बढ़े इस पानी से शहर को करीब 21 दिन की आपूर्ति बढ़ने का दम मिला है। ऐसे में अब नवम्बर के अंतिम सप्ताह तक तिघरा से शहर को पानी मिलने के आसार बंधे हैं। वर्तमान में जलस्तर बढ़कर 721.80 फीट तक जा पहुंचा है। हालांकि जलाशय को अभी भी 17 फीट पानी की दरकार है।
पहाड़ों से पानी आना अभी जारी
घाटीगांव एवं मोहना से पहाड़ों के रास्ते तिघरा जलाशय तक पानी आने का सिलसिला अभी जारी है, जिसकी वजह से जलस्तर में मंगलवार सुबह तक वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है। बारिश को देखते हुए पीएचई विभाग अलर्ट हो गया है और सुबह भी जलस्तर नोट करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
औसत बारिश में अब भी 22 फीसदी पीछे है ग्वालियर
अब तेज बारिश के लिए करना पड़ेगा इंतजार
रविवार को हुई जोरदार बारिश के बाद ग्वालियर अंचल में मानसून एक बार फिर कमजोर पड़ गया है। इसके चलते अब तेज बारिश के लिए कम से कम तीन दिन तक इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार अभी कोई सिस्टम नहीं है, लेकिन हवाओं में नमी बनी हुई है, इसलिए फिलहाल स्थानीय प्रभाव से हल्की बारिश अवश्य हो सकती है।
यहां बता दें कि ग्वालियर औसत बारिश में 51 फीसदी पीछे था, लेकिन विगत रविवार को लगभग आठ घण्टे तक हुई झमाझम बारिश के बाद औसत बारिश का आंकड़ा बढ़कर अब 87 फीसदी पहुंच गया है। हालांकि अब भी औसत बारिश में ग्वालियर 22 फीसदी पीछे है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार अगस्त माह में अब तक 302 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जबकि जून और जुलाई में महज 272.8 मिलीमीटर ही बारिश हुई थी। इस प्रकार अब तक 574.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है। रविवार को हुई झमाझम बारिश के बाद सोमवार को भी बादल छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। हालांकि दिन भर में तीन-चार बार बादलों का घनत्व बढ़ा तो लगा कि बारिश हो सकती है, लेकिन हर बार बादल छींटाकशी तक ही सीमित रहे।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के मौसम विज्ञानी उमाशंकर चौकसे ने बताया कि ग्वालियर के ऊपर से गुजर रही ट्रफ लाइन अब राजस्थान की ओर चली गई है। हालांकि हवाओं में नमी मौजूद है, इसलिए फिलहाल स्थानीय प्रभाव से कहीं-कहीं हल्की बारिश होने के ही आसार हैं। उन्होंने बताया कि उड़ीसा के पास कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके मध्यप्रदेश तक पहुंचने में कम से कम तीन दिन लग सकते हैं। इसके बाद ही तेज बारिश होने की संभावना बनेगी।
बारिश थमते ही चढ़ा पारा
सोमवार को बारिश नहीं होने से दिन का तापमान फिर से चढ़ने लगा है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा सोमवार को अधिकतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस उछाल के साथ 31.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। हालांकि यह औसत से 1.4 डिग्री सेल्सियस कम है, जबकि न्यूनत तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा, जो औसत से 0.9 डिग्री सेल्सियस कम है। इसी प्रकार हवा में नमी सुबह 92 और शाम को 83 फीसदी दर्ज की गई, जो सामान्य से क्रमश: 12 व 10 फीसदी अधिक है।