इस्लामाबाद। भारतीय नागरिक पाकिस्तान की जेलों में कैद हैं। यह बात पाकिस्तान सरकार ने शनिवार को एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया कि जेलों में कैद भारतीय नागरिकों में करीब 500 मछुआरे शामिल हैं। साथ ही पाकिस्तान सरकार ने मई 2008 में हुए कॉन्स्युलर एक्सेस एग्रीमेंट के तहत भारत के हाईकमिश्नर गौतम बम्बावले को ये लिस्ट सौंपी। अब भारत सरकार भी नई दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन को यहां की जेलों में बंद उनके कैदियों की लिस्ट सौंपेगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय कैदियों में 52 आम नागरिक और 494 मछुआरे शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह कदम राजनयिक पहुंच समझौते के प्रावधानों के तहत उठाया गया, जिसके तहत दोनों देशों को एक साल में दो बार एक जनवरी और एक जुलाई को हिरासत में मौजूद कैदियों की सूची एक दूसरे को साझा करनी होती है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार भी नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग को भारत में बंद उसके कैदियों की सूची सौंपेगी।
इस साल एक जनवरी को इस्लामाबाद द्वारा भारत के साथ साझा सूची के अनुसार, पाकिस्तान में 351 भारतीय कैदी बंद थे जिसमें 54 आम नागरिक और 297 मछुआरे थे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस साल छह जनवरी को 219 भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया और पाकिस्तान दस जुलाई को 77 मछुआरों और एक आम नागरिक को भी रिहा करेगा।
Latest News
- श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामला : ईदगाह मस्जिद सील करने की मांग पर सुनवाई एक जुलाई को
- अमेरिका से दिल्ली आ रहे एयर इंडिया के विमान को उड़ाने की धमकी, टिशू पेपर पर लिखकर जाहिर की मंशा
- झारखंड सरकार में खटपट : दलबदल मामले में स्पीकर ने की सुनवाई, बाबूलाल मरांडी ने मांगा दो दिनों का वक्त
- प्रधानमंत्री ने नेपाल में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर फॉर बौद्ध कल्चर एंड हेरिटेज की आधारशिला रखी
- ज्ञानवापी मस्जिद में मिले भोलेनाथ, कोर्ट ने परिसर को सील करने का दिया आदेश
- 24 घंटे में कोरोना के 2202 नए मरीज, 27 संक्रमितों की मौत
- प्रधानमंत्री पहुंचे लुंबिनी, नेपाल के प्रधानमंत्री ने किया स्वागत
- मरीजों के साथ हो रही लूट-खसोट पर न्यायालय सख्त
- संगठन निष्ठा से किया गया कार्य कभी व्यर्थ नही जाता, यह चरितार्थ कर दिखाया भिंड के लाल ने
- मुरैना में बैरियर के जाम से मिलेगी मुक्ति, नए पुल का उद्घाटन कल

भारतीय नागरिक पाकिस्तानी जेलों में कैद, केंद्र सरकार को भेजी सूची
X
X
Updated : 2017-07-02T05:30:00+05:30
Next Story
© 2017 - 2018 Copyright . All Rights reserved.
Designed by Hocalwire