आतंकियों की फंडिंग : लश्कर, हिजबुल आतंकी संगठनों के लेटर हेड बरामद

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों को आर्थिक मदद के मामले में शनिवार को देश में 24 जगहों पर छापे मारे। एनआईए की टीम ने एक साथ जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों के गढ़ के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और हरियाणा में भी छापेमारी की। इस छापेमारी में एनआईए की टीम को 1.15 करोड़ रुपये के साथ-साथ संपति के कई और दस्तावेज भी मिले हैं।
सूत्रों के अनुसार एनआईए की रेड में टीम ने लश्कर, हिजबुल जैसी आतंकी संगठनों के लेटर हेड सहित कई पेन ड्राइव और लैपटॉप भी बरामद किया है। जांच एजेंसी को अलगाववादियों के कई नए ठिकानों की जानकारी भी इस रेड से मिली है। जहां पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। एनआईए की इस कारवाई से कई अलगाववादी नेताओं की सीमापार संबंध की फाइल सामने आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जांच एजेंसी की टीम जम्मू कश्मीर की विध्वंसक गतिविधियों में लश्कर-ए-तैयबा के अध्यक्ष हाफिज सईद और कट्टरपंथी कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की भूमिका की जांच कर रही है।
जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान से पैसा सबसे पहले सऊदी अरब भेजा जाता है। वहां से उन पैसों को बांग्लादेश, श्रीलंका के हवाला ऑपरेटर के जरिए दिल्ली के हवाला ऑपरेटर के पास पहुंचाया जाता है। दिल्ली से यह पैसा हरियाणा के कुछ व्यापारियों की मदद से कश्मीर की धरती पर पहुंचता है। जहां उसे अलगाववादियों को दिया जाता है। प्रारम्भिक जांच के आधार पर एनआईए ने पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद, कट्टरपंथी कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और जम्मू एंड नेशनल फ्रंट के अध्यक्ष नईम खान पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए नामजद कर चुकी है। शनिवार को हुए रेड के बाद इस गोरखधंधे में कई कारोबारियों के शामिल होने की बात भी की गई है। एनआईए इन व्यापारियों की पहचान कर चुकी है। जल्द ही इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती हैं।
एनआईए की जांच पर जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि ऐसी कारवाई होती रहेगी। सरकार का यही इरादा है। जो घटनाक्रम जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करते हैं, उनसे निपटा जाएगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में अलगाववादी नेता नईम खान ने एक टीवी चैनल के सि्ंटग ऑपरेशन में सीमापार से फंडिग की बात स्वीकारी थी।