दार्जिलिंग: जीजेएम का अनिश्चितकालीन बंद आज भी जारी
पृथक गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर दार्जिलिंग में शुरू हुए आंदोलन अाज सातवें दिन भी जारी है। क्षेत्र में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। वहीं शनिवार को फायरिंग, आगजनी, आंसू गैस, लाठीचार्ज सब कुछ हुआ, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 35 पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज दावा किया कि अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलिंग की पहाडियों में जीजेएम के नेतृत्व में चल रहा आंदोलन एक गहरी साजिश है जिसका समर्थन पूर्वाेत्तर के उग्रवादी समूह और कुछ दूसरे मुल्क कर रहे हैं।
बनर्जी ने कहा कि पहाड़ी में अशांति के दौरान जिस तरह की गुंडागर्दी और तोडफ़ोड़ देखी जा रहा है उसे सिर्फ तभी अमली-जामा पहनाया जा सकता है जब उसके पीछे कोई आतंकवादी दिमाग हो और केंद्र को इसे रोकने के लिए राज्य को पूरी मदद देनी चाहिए।
बनर्जी ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, इस गुंडागर्दी और तोडफ़ोड़ के पीछे आतंकवादी दिमाग है। सिर्फ कोई आतंकवादी ही ऐसा कर सकता है। कोई साधारण आदमी ऐसा नहीं कर सकता है। उनका (जीजेएम) पूर्वाेत्तर के भूमिगत विद्रोही समूहों से संबंध है।
ममता ने कहा है कि पुलिस पर जिस तरह पत्थर और पेट्रोल बम चले, उसका पुलिस ने संयम से जवाब दिया है। वहीं 12 राउंड गोली चलाए जाने की बात आंदोलनकारियों की ओर से कही जा रही है। मृत आंदोलनकारियों के नाम विमल शंकर, महेश गुरुंग और सुनील राई बताए गए हैं। जबकि एक के बारे में पता नहीं चल पाया है। पांच आंदोलनकारियों को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूरे क्षेत्र को सेना और अद्र्धसैनिक बलों के हवाले कर दिया गया है। शनिवार को आंदोलनकारियों द्वारा पुलिस के कई वाहनों व पंचायत कार्यालय को फूंक दिया गया। गोरखालैंड के समर्थन में दार्जिलिंग अनिश्चित काल के लिए बंद है। शुक्रवार आधी रात के बाद दार्जिलिंग के विधायक अमर राई के पुत्र विक्रम राई को गिरफ्तार कर लिया गया। वह जीटीए (गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन) के मीडिया प्रभारी हैं। वहीं कलिंपोंग के कुमाउ पंचायत भवन में आग लगा दी गई। रात को ही तृणमूल कांग्रेस नेता देवराज गुरुंग के लेबांग स्थित घर में तोडफ़ोड़ और पेट्रोल बम फेंका गया।
आरोप है कि सुबह में गोजमुमो के सचिव विनय तमांग के घर पर छापामारी के नाम पर पुलिस ने तांडव मचाया। इस बीच यह बात तेजी से फैलने लगी कि आंदोलनकारियों को पुलिस बेरहमी से पीट रही है। इस बात की खबर जब मोर्चा समर्थकों को हुई तो वे आक्रोशित हो उठे। सुबह जब सिलीगुड़ी से पर्यटकों को लाने के लिए सरकारी बसों को भेजा जा रहा था, तभी कर्सियांग के निकट पंखाबारी के पास सड़क जाम कर दिया गया। वहां पेड़ गिराकर सड़क अवरोध किया गया है। पूर्व घोषित कार्यक्रम के मुताबिक गोजमुमो की नारी मोर्चा और युवा मोर्चा की रैली निकाली जानी थी। इसके लिए सिंघमारी के निकट हजारों समर्थक जमा होकर रैली निकालना चाह रहे थे।