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जयारोग्य में चिकित्सक कर रहे हैं दलाली

जयारोग्य में चिकित्सक कर रहे हैं दलाली
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- अच्छे उपचार की बात कहकर कर दिया निजी अस्पताल में रैफर

- चिकित्सकों की मनमानी से परेशान हो रहे हैं मरीज




ग्वालियर, न.सं. अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य चिकित्सालय में प्रतिदिन बड़Þी संख्या में मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं, लेकिन इन मरीजों को दलाली के चक्कर में चिकित्सकों द्वारा निजी अस्पतालों में लुटवाया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला रविवार को तब सामने आया, जब सड़क हादसे में घायल लोग 108 एम्बुलेंस से जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेन्टर में पहुंचे, जहां से घायलों को अच्छे उपचार की बात कहते हुए निजी अस्पताल में रैफर कर दिया गया, लेकिन घायलों को यह पता नहीं था कि उन्हें निजी अस्पताल में भेजा जा रहा है। जब घायलों से पैसे जमा करने की बात कही गई, तब पता चला कि उन्हें निजी अस्पताल में भेज दिया गया है।

जानकारी के अनुसार राठ जिला हमीरपुर निवासी 35 वर्षीय ब्रजेश सोनी अपने मित्र रमेश के साथ मोटर साइकिल पर दिल्ली से झांसी जा रहे थे। रास्ते में मुरैना-ग्वालियर रोड पर मोटर साइकिल का टायर फट गया और मोटर साइकिल अनियंत्रित होकर गिर गई। मोटर साइकिल गिर जाने के कारण बृजेश सोनी बुरी तरह घायल हो गया और रमेश भी बेसुध होकर सड़क पर गिर पड़ा। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची 100 डायल ने 108 एम्बुलेंस से दोनों घायलों को जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेन्टर पहुंचा दिया, जहां कैजुअल्टी रजिस्टर में दोनों की एन्ट्री भी की गई। रमेश ने बताया कि बाहर के होने के कारण उन्हें अस्पताल की कोई जानकारी नहीं थी और चिकित्सकों ने उनका व उनके मित्र का उपचार शुरू तक नहीं किया। उन्होंने बताया कि रात आठ बजे ड्यूटी पर उपस्थित चिकित्सक ने उन्हें बुलाया और कहा कि ब्रजेश के सिर में बहुत की गंभीर चोट आई है, इसलिए उन्हें दूसरे अस्पताल में रैफर किया जा रहा है। रमेश को लगा कि उन्हें किसी दूसरे सरकारी अस्पताल में भेजा जा रहा है, लेकिन जब रमेश झांसी रोड स्थित आयुष्मान हॉस्पीटल में पहुंचा और उससे 20 हजार रुपए जमा करने की बात कही गई, तब उसे पता चला कि उसे निजी अस्पताल में भेज दिया गया है।

चिकित्सकों ने ही बुलाई थी एम्बुलेंस

इस मामले में सबसे बड़ी बात तो यह है कि चिकित्सकों द्वारा खुद ही आयुष्मान हॉस्पीटल की एम्बुलेंस को फोन कर बुलाया और मरीज को आयुष्मान में शिफ्ट करवा दिया।

पहला नहीं है मामला

जयारोग्य अस्पताल में सक्रिय दलालों द्वारा चिकित्सकों के साथ सांठ-गांठ कर निजी अस्पतालों में गरीब मरीजों को लुटवाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन न तो चिकित्सकों पर कोई कार्रवाई करता है और न ही दलालों पर लगाम कस पा रहा है।

Updated : 30 May 2017 12:00 AM GMT
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