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ये हैं सड़कों के राजा, न रोक पाओगे न टोक पाओगे

ये हैं सड़कों के राजा, न रोक पाओगे न टोक पाओगे
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निगम के दावे के बाद भी अभी भी सड़कों पर उत्पात मचा रहे हैं सांड, जिला अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों को सांडों से खतरा
ग्वालियर|
शहर को स्वच्छ और आवारा जानवरों से मुक्ति दिलाने के नगर निगम के बड़े- बड़े दावे अब फेल होते दिखाई दे रहे हैं। नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे सांड पकड़ो अभियान के बाद भी शहर की मुख्य सड़कों व गलियों में आवारा जानवर धमाचौकड़ी करते नजर आ रहे हैं। शनिवार को भी शहर के चेतकपुरी में खड़े काले सांड से जनता बचकर निकलती रही और ये सड़क पर राजा की तरह शान से घूमते- फिरते रहे। बताया जाता है कि नगर निगम का मदाखलत अमला उन सड़कों पर गया ही नहीं जहां हर समय आवारा जानवर पूरा दिन घूमते फिरते रहते हैं। यहां तक कि मुरार जिला अस्पताल में तो शनिवार को एक आवारा सांड ने जमकर उत्पात मचाया। जबकि अस्पताल के चिकित्सक कई बार नगर निगम को पत्र भी लिख चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी आज तक निगम का अमला अस्पताल में नहीं पहुंचा, जिससे आए दिन यहां पर आवारा मवेशी आपस में लड़ते हुए नजर आते हैं।

इन इलाकों में भी आवारा सांड
समाधिया कॉलोनी, तारागंज, सिटी सेंटर, मुरार, सब्जी मंडी, गोले का मंदिर, स्टेशन रोड, चेतकपुरी आदि।

वीआईपी सड़कों पर भी आतंक
शहर की वीआईपी रोड पर तो इन जानवरों का आतंक देखते ही बनता है। बीच सड़क पर झुण्ड के रूप में खड़े ये सांड अक्सर यातायात में बाधा खड़ी कर देते हैं। इस सड़क पर से दिन में कई बार बड़े प्रशासनिक अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन वे भी इनको नजर अंदाज करते हुए निकल जाते हैं। यही हाल सिटी सेंटर,गोले का मंदिर, पड़ाव,आदि क्षेत्रों का है। कई बार तो इन सांडों के बीच जब लड़ाई होती है तो माहौल बड़ा भयानक हो जाता है। लोगों को बचने के लिए इधर- उधर भागना पड़ता है और कई लोग चोटिल भी हो जाते हैं।

अब तक हो चुकी हैं कई घटनाएं
*सांडों की लड़ाई में कोचिंग से अपने घर जा रही छात्रा शुभी की मौत हो गई थी।
* किलागेट में रहने वाले भाई बहन जब कोचिंग जा रहे थे, तभी जीडीए के सामने सांडों की लड़ाई में वह चोटिल हो गए थे। जिनका अभी भी इलाज चल रहा है।
*दानाओली में सब्जी लेने जा रही है महिला को सांड ने पटककर घायल किया था।
4बीते 5 मई को रामप्यारी कुशवाह को भी सांड ने अपनी चपेट में ले लिया था, जिनकी बीते दिनों मृत्यु हो गई थी।

सिटी में आवारा जानवर
श्वान- लगभग 15 हजार
सांड- लगभग 500 से अधिक

गौशाला में स्थिति न बिगड़ जाए
नगर निगम द्वारा सांड पकड़ो अभियान के तहत इन दिनों 800 से अधिक सांड गौशाला में खिड़क किए जा चुके हैं। जहां पर पहले से ही 4000 के करीब गाय मौजूद हैं। वैसे तो गौशाला में गायों के लिए पर्याप्त जगह है, लेकिन नंदी ग्रह में सांडों के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। अगर नगर निगम ने नंदी ग्रह पर ध्यान नहीं दिया तो आगे गौशाला की स्थिति खराब हो सकती है।

वाहन में चढ़ाते समय चोटिल हो रहे मवेशी
नगर निगम के मदाखलत अमले द्वारा आवारा मवेशियों के पकड़ने का जो अभियान चलाया जा रहा है,उसमें नगर निगम के मदाखलत कर्मी इन आवारा मवेशियों को बड़ी बेरहमी से नगर निगम की ट्रॉली में चढ़ा रहे हैं, जिसके चलते मवेशी गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं।

Updated : 21 May 2017 12:00 AM GMT
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