राहगीरों के लिए जान का दुश्मन बन रहे आवारा जानवर
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श्वानों और सांडों से मुक्त करने समाधिया कॉलोनी का नम्बर कब आएगा?
ग्वालियर। आवारा पशुओं और श्वानों से नगर को मुक्त कराने की मुहिम चला रहे नगर निगम कर्मचारी अभी तक समाधिया कॉलोनी तक नहीं पहुंच पाएं हैं, जबकि इस कॉलोनी में बीती रात एक पशु ने 80 वर्षीय प्रताप वासवानी में फिर टक्कर मारकर उन्हें घायल कर दिया।
वार्ड क्रमांक 49 की इस पॉश कॉलोनी में जहां श्वानों की भरमार है वहीं आवारा पशु विशेषकर सांड बहुतायत में घूम रहे हैं। कॉलोनी के प्रवेश द्वारा पर गुरुजी फ्लोर मिल के सामने दोपहर 12 से शाम 5 बजे तक ये पशु बहुतायत में देखे जा सकते हैं। वहीं बी और सी ब्लॉक में भी सांड मस्ती से बेखौफ घूम रहे हैं। यहां घटनाएं रोज घट रही हैं, लेकिन गनर निगम कान में तेल डाले बैठा हुआ है। श्वानों और सांडों की जुगलबंदी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है, जबकि शहर को स्मार्ट बनाने पर नगर निगम आमादा है। रात्रि 10 बजे के बाद तारागंज पुल से समाधिया कॉलोनी तक श्वानों की इतनी भरमार है कि आम आदमी आसानी से अपने घर नहीं पहुंच पाता है। आवारा जानवर राहगीरों के लिए एक तरह से जान का दुश्मन बने घूम रहे हैं। यहां बता दें कि पिछले दिनों सांड की टक्कर से जहां एक छात्रा की मौत हो गई थी वहीं कई लोग इनकी चपेट में आने से घायल हो चुके हैं।