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आंदोलनकारी छात्रों ने जमकर मचाया उपद्रव

आंदोलनकारी छात्रों ने जमकर मचाया उपद्रव
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राहगीरों के साथ की अभद्रता, पुलिस प्रशासन के सामने लगाए आजादी के नारे
ग्वालियर|
जीवाजी विश्वविद्यालय में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिलने से शुरू हुआ विवाद अब उग्र रूप लेता जा रहा है। गुरुवार को एक बार फिर उपद्रवी छात्रों ने रैली निकालकर थाटीपुर से झलकारी बाई पार्क तक सड़कों पर जमकर उपद्रव किया। इस दौरान कई लोगों की गाड़ियां आपस में टकरा गर्इं और राहगीरों को तपती धूम में परेशानी का सामना करना पड़ा। उपद्रवी छात्रों ने रोड पर आजादी के नारे भी लगाए, लेकिन इन्हें रोकने के लिए पुलिस बल नहीं पहुंचा।

डीएएसएफआई के बैनर तले विगत दिनों से झलकारी बाई पार्क में भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों के समर्थन में गुरुवार को लगभग आधा सैकड़ा छात्रों ने थाटीपुर चौराहे से पैदल झलकारी बाई पार्क तक रैली निकाली। इस दौरान सड़क पर पूरी तरह जाम लग गया। यहां तक कि उपद्रवी छात्रों ने कई टेम्मो चालकों के साथ अभद्र व्यवहार भी किया। छात्रों की रैली से रास्ते भर वाहनों का जाम लगा रहा। कई राहगीर गर्मी के बीच परेशान होते दिखे, तो कहीं लोगों की गाड़ियां जाम लग जाने के कारण आपस में टकरा गर्इं। रैली के दौरान पुलिस का एक वाहन उसी रोड से निकला। वाहन चालक ने सायरन भी बजाया, लेकिन छात्रों ने उसे भी नहीं निकलने दिया। स्थिति यह थी कि पूरे रास्ते छात्र देश विरोधी और आजादी के नारे लगाते हुए पार्क पहुंचे और आंदोलन कर रहे छात्रों को समर्थन दिया। छात्रों का कहना था कि जब तक जीवाजी विवि के दोनों प्राध्यापकों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक वह पीछे नहीं हटेंगे। इस मामले में सबसे बड़ी बात तो यह है कि छात्र थाटीपुर चौराहे से झलकारी बाई पार्क तक लगभग एक घण्टे तक उपद्रव मचाते रहे, लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से एक भी जवान वहां नहीं पहुंचा। वहीं जब छात्र पार्क में पहुंचे तो पुलिस बल ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने और पुलिस के सामने ही नारेबाजी करते रहे।

समिति में अजाक्स का प्रतिनिधि शामिल करने की मांग
इस मामले की जांच के लिए जीवाजी विवि द्वारा गठित की गई समिति में अजाक्स का प्रतिनिधि शामिल करने की मांग को लेकर गुरुवार को म.प्र अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (अजाक्स) के प्रतिनिधि मंडल ने कुलपति से मुलाकात की। अजाक्स ने उच्च स्तरीय जांच समिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि समिति में हमारा व्यक्ति क्यों शामिल नहीं किया गया है। कुलपति ने कहा कि इसमें शिक्षकों को शामिल किया गया है। इस पर अजाक्स के जिलाध्यक्ष मुकेश मौर्य ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि हमें उन पर विश्वास नहीं है, वह जांच प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए अजाक्स द्वारा जो नाम दिए जाएंगे, उन्हें भी जांच समिति में शामिल किया जाए।

सर्व ब्राह्मण संघ ने आईजी को सौंपा ज्ञापन
इधर सर्व ब्राह्मण महासंघ ने गुरुवार को पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार को ज्ञापन सौंपकर शहर में शांति कायम रखने और जीवाजी विवि के शिक्षक प्रो. आर.ए. शर्मा व डॉ. गणेश दुबे के खिलाफ दर्ज किया गया झूठा मामला वापस लेने और उपद्रवी छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि दलित छात्र गुंडागर्दी पर उतारू हैं। उपद्रवी छात्रों ने पहले विवि के प्रॉक्टर के साथ मारपीट की और उसके बाद उन पर ही झूठा मामला कायम करा दिया। इस मामले में पुलिस पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रही है। इस पर आईजी ने निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया। ज्ञापन सौंपने वालों में महासंघ के अध्यक्ष आनंद नारायण गौड़, प्रकाश नारायण शर्मा, जयवीर भारद्वाज, वासुदेव शर्मा, जगदीश प्रसाद शर्मा, किशन मुदगल, कुलवीर भारद्वाज, अम्बिका प्रसाद पचौरी, राजीव दीक्षित, प्रेमशंकर दुबे, सतीश शर्मा, रामनारायण मिश्रा, रामसेवक राजौरिया सहित अन्य लोग शामिल थे। वहीं मप्र सनाढ्य सभा के प्रवक्ता राजू चौधरी ने कहा कि उपद्रवी छात्रों पर पुलिस अंकुश लगाए। शहर की जनता जीविवि को जेएनयू नहीं बनने देगी।

Updated : 7 April 2017 12:00 AM GMT
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