बाधित हो सकती है बिजली आपूर्ति

संविदा और आउट सोर्सिंग कर्मचारी बेमियादी हड़ताल पर
ग्वालियर| अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदेश भर की बिजली कम्पनियों के संविदा अधिकारी व कर्मचारी सोमवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं। इनकी हड़ताल में आउट सोर्सिंग कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं। यह हड़ताल यदि जल्दी ही नहीं टूटी तो प्रदेश भर में बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है।
जानकारी के अनुसार संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ एवं यूनाइटेड फोरम के आह्वान पर प्रदेश भर के संविदा अधिकारी व कर्मचारी तथा आउट सोर्सिंग कर्मचारियों ने भोपाल में सेकंड स्टाप स्थित अम्बेडकर मैदान में सोमवार से प्रदेश व्यापी धरना-प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया है। इसके लिए ग्वालियर शहर सहित अंचल भर के संविदा अधिकारी व कर्मचारी और आउट सोर्सिंग कर्मचारी भी भोपाल पहुंच गए हैं। इन कर्मचारियों का कहना है कि भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र में किए गए वादे को पूरा नहीं किया है। घोषणा पत्र जनसंकल्प के पेज नम्बर 33 पर भाजपा ने यह वादा किया था कि बिजली कम्पनियों के संविदा इंजीनियरों व कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा। चार साल में हमने कई मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे। इस दौरान कई बार आंदोलन भी किए। इसके बावजूद सुनवाई नहीं होने पर हमने बेमियादी हड़ताल का फैसला लिया है।
यूनाइटेड फोरम के प्रदेश महासचिव बीकेएस परिहार ने दूरभाष पर स्वदेश को बताया कि हमारी मांग है कि संविदा इंजीनियरों व कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जाए। इसके अलावा जो आउट सोर्सिंग कर्मचारी पिछले कई सालों से बिजली कम्पनियों में काम कर रहे हैं, उन्हें भी उनके अनुभव के आधार पर नियमित किया जाए तथा जिन आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को बिना कारण कम्पनी से हटा दिया गया है, उन्हें कम्पनी में वापस लिया जाना चाहिए।
75 फीसदी कर्मचारी नहीं करेंगे काम
श्री परिहार ने बताया कि तीनों श्रेणियों संविदा, आउटसोर्स और ठेका कर्मचारियों को मिलाकर करीब 75 फीसदी कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं। इनकी हड़ताल से उपकेन्द्रों से बिजली आपूर्ति का काम प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इस हड़ताल से यदि बिजली आपूर्ति बाधित होती है तो इसके लिए राज्य सरकार और बिजली कम्पनियां जिम्मेदार होंगी। यहां बता दें कि ग्वालियर शहर वृत्त में ज्यादातर विद्युत उपकेन्द्र आउटसोर्स कर्मचारियों के भरोसे हैं। यहां नियमित कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार ग्वालियर शहर में संविदा और आउट सोर्सिंग कर्मचारियों की संख्या डेढ़ सैकड़ा से ज्यादा है। इनके हड़ताल पर चले जाने से लाइनों के संधारण और राजस्व वसूली का काम प्रभावित हुआ है। बिजली आपूर्ति निरंतर जारी रखने के लिए नियमित कर्मचारियों की दो-दो शिफ्टों में ड्यूटी लगाना पड़ी। यदि इनकी हड़ताल लम्बी चली तो बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है।