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आरसीए कन्या महाविद्यालय

छात्राओं को दिया यज्ञ कार्यशाला का प्रशिक्षण

मथुरा। आरसीए कन्या महाविद्यालय में सांस्कृतिक विरासत सप्ताह के अंतर्गत यज्ञ प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं को यज्ञ प्रशिक्षण मुख्य अतिथि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चला रहीं आर्योपदेशिका बहिनों डॉ. अर्चना प्रिय आर्य व वंदना प्रिय आर्य ने दिया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे श्रेष्ठ कोई कर्म है तो वह यज्ञ है। यज्ञ हमारे ऋषि मुनियों की प्राचीन परंपरा है। हमें प्रतिदिन घर में यज्ञ करना चाहिए। आर्योपदेशिका बहिनों ने बेटियों के सन्दर्भ में कहा कि जीवन, देश और समृद्धि का कोई आधार है तो वह केवल बेटियां ही हैं। बेटियां नहीं होंगी तो सृष्टि नहीं होगी। उन्होंने कहा कि नारियों को पश्चिमी सभ्यता के पीछे न भागकर अपनी वैदिक संस्कृति को अपनाना चाहिए।

महाविद्यालय की संस्कृत विभागाध्यक्षा डॉ. अर्चना पाल ने कहा कि यज्ञ प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्देश्य यही है कि हमारी शिक्षित छात्राएं यज्ञ सम्पादन के कार्य सीखें और अपने घरों में विभिन्न अवसरों पर यज्ञादि अनुष्ठान स्वयं ही करायें। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. प्रीति जौहरी ने किया। पूजा पालीवाल व सरिता शर्मा द्वारा आर्योपदेशिका बहिनों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। संचालन डॉ. ऋचा शर्मा ने किया।

कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्रवक्तागण पूजा पालीवाल, सरिता शर्मा, डॉ. ऋचा शर्मा, इंद्रा अग्रवाल, डॉ. अंजू बाला अग्रवाल, डॉ. भारती सागर, कल्पना वाजपेयी, डॉ. नम्रता मिश्रा, डा. संध्या श्रीवास्तव, डा. नीतू गोस्वामी, डा. सीमा शर्मा, डा. सुनीता अवस्थी, डा. शीला मिश्रा आदि उपस्थित रहीं।

Updated : 6 March 2017 12:00 AM GMT
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