पुलिसकर्मियों की फ ाइलें दबाए बैठे बड़े बाबू पर लगा अर्थ दंड

पुलिसकर्मियों की फ ाइलें दबाए बैठे बड़े बाबू पर लगा अर्थ दंड
मथुरा। पुलिस कार्यालय में तैनात बड़े बाबू द्वारा पेंशन, वेतन रिवाइस कराने के साथ ही दंडनीय कार्यवाही से संबन्धित सैंकड़ों फाइलें दबाये रखने की भनक लगने पर कप्तान ने अर्थ दंड का आदेश देने के साथ ही जांच एसपी सिटी को सौंप दी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहित गुप्ता लापरवाह पुलिस कर्मियों को दण्ड देने से नहीं चूकते हैं। जब उनके ही कार्यालय के बड़े बाबू राकेश कुमार की शिकायतें उनके पास पहुंचीं तो उन्होंने कई बार बाबू को डांट फटकार कर कार्य सुधारने की नसीहत दी लेकिन उसके बाद भी बाबू की शिकायतें आना बंद नहीं हुई। पुलिस सूत्रों की मानें तो बाबू के पास 2016 से पैंशन का सारा काम ठप्प पड़ा था। और तो और शिकायत यह भी थी कि बाबू ने अपने व कुछ लोगों का वेतन रिवाइस करा लिया लेकिन अब तक सेवानिवृत्त कर्मियों का वेतन रिवाइस नहीं कराया। बीमा की फाइलों का काम नहीं किया। उनके 2016 से न तो कैस तैयार हुआ और न ही भुगतान।
बताया गया कि सैकड़ों फाइलें पैंडिंग हैं, जिनमें दरोगाओं की करीब पन्द्रह सौ फाइलें, जिनमें दंड फाइले हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहित गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बड़े बाबू को छ: अर्थ दण्ड दे डाले। बताया गया कि एक अर्थ दण्ड का मतलब एक माह की सैलरी होता है। एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी अशोक कुमार से कराई। जांच में पता चला कि छह-छह माह पुरानी फाइल मिल ही नहीं पा रही हैं। उनकी खोजबीन शुरू की तो वे फाइल बड़े बाबू के पास मिल गईं।
एसपी सिटी ने करीब 355 फाइलें देखीं, जिनमें करीब 211 ऐसी फाइलें थीं जिन्हें एक माह या उससे ज्यादा माह गुजर जाने के बाद भी देखा तक नहीं गया या उन्हें पुटअप नहीं किया गया। इनमें कुछ फाइल पेंशन से संबंधित भी हैं। एसपी सिटी अशोक कुमार ने बताया कि जांच में बड़े बाबू राकेश कुमार को दोषी पाया गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही किए जाने की संस्तुति करके रिपोर्ट एसएसपी को भेज दी है।
इस संबंध में बड़े बाबू राकेश गुप्ता ने बताया कि ऑफिस में चार महिला कर्मी और चार ऐसे लोग हैं, जिन्हें या तो काम आता नहीं या फिर करना नहीं चाहते। मुझ अकेले को निलंबन, बीमा, प्रधान लिपिक, जांच आदि की फाइलों का कार्य दे दिया गया। मैं सुबह नौ बजे से आधी रात तक कार्य करता हूँ। इसके बावजूद मुझे दोषी ठहराया जा रहा है और मुझे सात अर्थदण्डों के नोटिस दे दिया हैं। काम करने वाले को ही दण्ड के रूप में इनाम दिया जा रहा है।